रायपुर। एक बड़े राजनीतिक उलटफेर के तहत आप पार्टी ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव नहीं लडऩे का फैसला किया है। अब यहां भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला तय है। पिछले चुनाव में यहां आप पार्टी के प्रत्याशी कोमल हुपेंडी तीसरे स्थान पर थे। उन्हें 9 हजार 936 वोट मिले थे। इसलिए उम्मीद की जा रही थी कि यह उपचुनाव पार्टी लड़ेगी। किन्तु छत्तीसगढ़ को लेकर अरविंद केजरीवाल की किसी बड़ी योजना को देखते हुए उपचुनाव नहीं लडऩे का फैसला किया है। उसकी घोषणा अब से कुछ देर बाद छत्तीसगढ़ के प्रभारी दिल्ली के विधायक संजीव झा भानुप्रतापपुर में करने जा रहे हैं।
सावित्री मंडावी को कांग्रेस ने बनाया उम्मीदवार
कांग्रेस ने भानुप्रतापपुर सीट से दिवंगत विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को प्रत्याशी बनाया है। सावित्री कल नामांकन दाखिल करेंगी। इस मौके पर सीएम, और प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे।बता दें कि, भानुप्रतापपुर विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी रायपुर के कटोरा तालाब स्थित सरकारी स्कूल में व्याख्याता के पद पर तैनात थीं. निर्वाचन कानून के मुताबिक कोई सरकारी कर्मचारी अथवा लाभ के पद पर बैठा व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता था. ऐसे में मंडावी ने नामांकन से पहले ही नौकरी छोड़ दी.
जानकारी के अनुसार, दिवंगत मनोज मंडावी की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सावित्री मंडावी को उम्मीदवार बनाने की बात कही थी. उसके बाद मंडावी के समर्थक उनके पीछे एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में लगे हैं. इतना ही नहीं पिछले सप्ताह कांकेर के चारामा में हुई मुख्यमंत्री की जनसभा में भी सावित्री मंडावी के समर्थन में नारे लगाए गए थे.