रायपुर/दिल्ली। सहारा कंपनी को आज पूरा देश जानता है। एक समय में भारत पर सहारा का बोलबाला था। कई निवेशकों ने सहारा में पैसा इंन्वेस्ट किया है। जिनका पैसा आज तक फंसा हुआ है। करोड़ों निवेशकों का पैसा सहारा के पास जमा है। समय सीमा खत्म होने के बाद भी उनका पैसा वापस नहीं मिल पा रहा है। जिससे निवेशकों के अंदर रोष देखा जा रहा है। हालांकि सहारा से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आ रही है। जिसको जानकर निवेशक खुशी से झूम उठेंगे।
सरकार ने उच्चतम न्यायालय का आदेश आने के बादकुछ दिन पूर्व कहा कि सहारा समूह की चार सहकारी समितियों के 10 करोड़ निवेशकों को उनका पैसा नौ माह में लौटाया जाएगा। उच्चतम न्यायालय ने निर्देश दिया है कि 5,000 करोड़ रुपये की राशि को सहारा-सेबी रिफंड खाते से केंद्रीय पंजीयक को स्थानांतरित किया जाए।
न्यायालय ने केंद्र सरकार की वह याचिका स्वीकार कर ली जिसमें जमाकर्ताओं को भुगतान के लिए सहारा समूह द्वारा भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास जमा कराए गए 24,000 करोड़ रुपये में से 5,000 करोड़ रुपये केंद्रीय पंजीयक को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया था। सहारा इंडिया की क्रेडिट सोसाइटी के रिफंड के लिए अभी सरकार द्वारा करीब 5000 करोड़ रूपये मांगे गए थे।