अमेरिका में दिखी छत्तीसगढ़ की समृद्ध आदिवासी संस्कृति की झलक
रायपुर। नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) ने अमेरिका के शिकागो में भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित ’इंडिया डे परेड’ के दौरान भारत की समृद्ध आदिवासी सामुदायिक संस्कृति का प्रदर्शन किया। इंडियन कम्युनिटी आउटरीच द्वारा आयोजित परेड में नाचा के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ की आदिवासी परंपराओं, लोक जीवन और संस्कृति को दर्शाया। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ के आदिवासियों की पारंपरिक वेशभूषा और वाद्य यंत्रों के साथ नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वेशभूषा दुर्ग जिले के लोक कलाकार रिखी क्षत्रीय द्वारा तैयार की गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमेरिका में बसे सभी भारतीयों को भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि अपनी माटी की महक और संस्कृति के सात समुंदर पार तक विस्तार से देश-दुनिया भारत की विशेषकर छत्तीसगढ़ की समृद्ध विरासत से परिचित हो सकेगी। इसके लिए नाचा के सदस्य बधाई के पात्र हैं।
नाचा के अध्यक्ष गणेश कर ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि पिछले छह वर्षों से यह परेड छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने में सहायक रही है। परेड में जनजाति संस्कृति के प्रदर्शन से शिकागो में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ-साथ अमेरिकी नागरिकों को भी बस्तर की संस्कृति को गहराई से अनुभव करने का अवसर मिला, जिसको भरपूर सराहना मिली। उन्होंने बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका के किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत के आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने का यह पहला उदाहरण है। कैलिफोर्निया, यूके, डेट्रॉइट और टोरंटो में 15 अगस्त को होने वाले कार्यक्रमों में भी नाचा इसी तरह छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति का प्रचार करेगा।
उल्लेखनीय है कि नाचा, छत्तीसगढ़ के अनिवासी भारतीयों का एक संघ है। नाचा की उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन और एनआरआई एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के नाम से 19 देशों में उपस्थिति है। यह छत्तीसगढ़ की विरासत, संस्कृति, भाषा और कला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देता है। भारत के बाहर छत्तीसगढ़ राज्य को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तर पर नाचा को कई सामुदायिक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।