छत्तीसगढ़: एक दानी ऐसा भी, भीख मांगकर जोड़ा हुआ पैसा कर दिया दान
दुर्ग। अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान करने वाले लोगों की इस दुनिया में कमी नहीं है, लेकिन दुर्ग के एक बुजुर्ग के बारे में क्या कहेंगे, जो भीख मांगने से मिलने वाले पैसों को पिछले कई दिनों से इकठ्ठा करके जिस संस्था का निःशुल्क भोजन वह विगत 1 वर्ष से खा रहा था उस संस्था को आज रात्रि भोजन सेवा में आकर दान कर दिया। विगत 5 वर्षों से प्रतिदिन लगभग 100 से अधिक जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन वितरण करने वाली जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग जोकि प्रतिदिन दुर्ग रेलवे स्टेशन एवं शहर के अन्य स्थानों में जाकर फुटपात में रहने वाले हर जरूरतमंदों तक निशुल्क भोजन एवं जरूरत की सामग्री वितरण कर रही है.
जन समर्पण सेवा संस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि प्रतिदिन की तरह कल दिनाँक 3 मार्च को संस्था के सभी सदस्य जरूरतमंदों को भोजन खिलाने दुर्ग स्टेशन पहुँचे में पहुँचे जहाँ जरूरतमंद विकलाँग, बुजुर्ग एवं महिला भोजन के इंतजार में बैठे हुए थे, उन जरूरतमंदों में एक बुजुर्ग जो कि विगत 1 वर्ष से प्रतिदिन भोजन खाता है, उसको देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता था कि मानवता की सेवा करने में इस शख्स ने दुनिया के बड़े-बड़े रईसों को पीछे छोड़ दिया है।
दुबला पतला शरीर, पैर से विकलांग, गूंगा, भैरा, सफेद उलझी दाढ़ी, माथे पर तिलक, सफेद कुर्ता, धोती पहने यह बुजुर्ग जब सब जरूरतमंद भोजन कर लिए वह बुजुर्ग खुद भी प्रतिदिन की तरह भोजन कर लिया तब उसमें अपने पास रखे सभी थैले को निकाला और उस अलग अलग थैले में रखे चिल्हर एवं नोट को निकाला और इशारों में संस्था के अध्यक्ष बंटी शर्मा को बुलाया और चिल्हर गिनने बोला, गिनने के पश्चात वह वो सब चिल्हर एवं रुपये को रखने बोल दिया और इशारों इशारों में सभी जरूरतमंदों को उस रुपये से एक दिन खाना खिलाने बोल दिया बाबा जी द्वारा संस्था को कुल 511 रुपये दान दिए गए है जिसमें कुछ नोट, एवं 10, 5, 2, 1 के सिक्के है.