छत्तीसगढ़

जिले की 153 बालवाड़ी में दिलाया गया 994 बच्चों को प्रवेश

Shantanu Roy
16 Jun 2022 4:13 PM GMT
जिले की 153 बालवाड़ी में दिलाया गया 994 बच्चों को प्रवेश
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छग

धमतरी। नवीन शैक्षणिक सत्र 2022-23 का आज से प्रदेश भर में आगाज हुआ। इस अवसर जिला सहित प्रदेश भर में प्रवेशोत्सव मनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में नौनिहालों को तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर तथा पुस्तकें भेंट कर प्रवेश दिलाया। उक्त कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आज दोपहर को किया गया। इसी क्रम में जिला स्तरीय प्रवेशोत्सव का आयोजन स्थानीय शिवसिंह वर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया, जहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, महापौर श्री विजय देवांगन और कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने छह से 14 वर्ष के कक्षा पहली से नवमीं तक के विद्यार्थियों को सांकेतिक तौर पर शाला में प्रवेश कराया।

आज दोपहर को सीएम हाउस में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में प्रदेश भर के विद्यार्थियों व पालकों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना संक्रमण के चलते शालाएं बाधित रहीं, प्रवेशोत्सव नहीं मनाया गया। कोई भी बच्चा शिक्षा के अपने मौलिक अधिकार से वंचित ना हो, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य में आज से बालवाड़ी की शुरूआत की जा रही है। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि बस्तर संभाग के 15 विकासखण्ड में 260 स्कूल खोलकर वहां के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता लाने प्रदेश भर में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी/हिन्दी माध्यम शालाएं खोली गई हैं, जहां पर बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ को पूर्ण शिक्षित राज्य बनाने का संकल्प लेने का आव्हान प्रदेशवासियों से किया।
शिवसिंह वर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जिला स्तर पर आयोजित प्रवेशोत्सव में उपस्थित अतिथियों के द्वारा कक्षा पहली मे शैलेन्द्र, कनिष्का, गरिमा, धनंजय, शैलेश्वर तथा कक्षा नवमीं की छात्राओं को प्रतीकात्मक रूप से तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर और निःशुल्क पुस्तकें व गणवेश वितरित कर उन्हें प्रवेश कराया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सोनवानी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए शिक्षा सबसे जरूरी माध्यम है और विशेष तौर पर कक्षा पांचवीं तक के बच्चों पर शिक्षकों के साथ-साथ पालकों को भी गम्भीरता से ध्यान देना चाहिए। महापौर श्री देवांगन ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ना है और मौजूदा सरकार इस उद्देश्य में काफी हद तक सफलता अर्जित की है।
उन्होंने जांजगीर जिले के ग्राम पिहरीद में 105 घंटे तक बोरवेल में फंसे बालक राहुल को निकालने के लिए मुख्यमंत्री की दृढ़ इच्छाशक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी संवेदनशीलता के चलते राहुल को सुरक्षित बाहर निकाल पाना संभव हुआ। कलेक्टर श्री एल्मा ने शिक्षकों व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी बच्चा शिक्षा के मूल अधिकार से वंचित ना हो, इसके लिए शिक्षकों के द्वारा प्रत्येक बच्चे की सघनता से मॉनिटरिंग की जा जाए। उन्होंने शिक्षा अधिकारी को ऐसी ठोस कार्ययोजना बनाने के लिए कहा, जिससे कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न होने पाए। साथ ही यह भी कहा कि स्कूलों में शॉर्ट अटेंडेंस वाले बच्चों का व्यक्तिगत तौर पर फॉलोअप लेने और उन्हें हरहाल में स्कूल तक लाने की जवाबदेही शिक्षकों की होगी।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. रजनी नेल्सन ने बताया कि प्रदेश शासन की मंशानुसार जिले में बालवाड़ी स्थापित की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज आयोजित प्रवेशोत्सव में कुल 153 बालवाड़ियों में 994 बच्चों को दाखिला दिलाया गया। इसमें धमतरी विकासखण्ड में 313, कुरूद में 259, मगरलोड में 207 और नगरी विकासखण्ड में 215 बच्चे शामिल हैं। इसके साथ ही सभी विकासखण्ड के स्कूलों में आज प्रवेशोत्सव मनाकर नवप्रवेशित बच्चों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के अंत में जिला शिक्षा अधिकारी ने मंचस्थ अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर शाला की प्राचार्य श्रीमती बीनू मैथ्यू सहित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक, पालक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
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