शराब दुकान के 99 कर्मचारियों को निकाला गया, मंत्री कवासी लखमा ने विधानसभा में कहा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि ज्यादा कीमत और पानी मिलाकर शराब बेचने की शिकायत के आधार पर प्लेसमेंट एजेंसी प्राइम वन वर्कफोर्स को हटा दिया गया है. इस प्लेसमेंट एजेंसी के पास सूरजपुर, रायगढ़, जशपुर, सरगुजा, कोरिया और बलरामपुर जिले का काम था.
बलौदाबाजार के विधायक प्रमोद शर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान राज्य में अधिक दर पर शराब बेचने, पानी मिलाकर बेचने और अन्य प्रदेशें की अवैध शराब बिक्री का मुद्दा उठाया था. आबकारी मंत्री ने बताया कि 2021-22 में ज्यादा कीमत पर शराब बेचने की 1985 शिकायतें मिली थीं. इसके आधार पर 89 प्रकरण दर्ज किए गए. 99 कर्मचारियों को निकाला गया. 87 आपराधिक प्रकरण दर्ज कराए गए. साथ ही, 10.68 लाख का जुर्माना किया गया.
इसी तरह 2022-23 में (15 फरवरी तक) 1749 शिकायतें मिली हैं. इस पर 122 प्रकरण दर्ज किए गए. 131 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया. 117 अपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए. 8.18 लाख जुर्माना वसूल किया गया है. पानी मिलाकर शराब बेचने की 2021-22 में 336 शिकायतें मिली हैं. इन शिकायतों के आधार पर 53 प्रकरण दर्ज किए गए. 168 कर्मचारियों को निकाला गया. 53 अपराधिक प्रकरण दर्ज कराए गए. 7.88 लाख जुर्माना वसूल किया गया. 2022-23 में 462 शिकायतें मिलीं. इनमें से 59 में प्रकरण दर्ज किए गए. 196 कर्मचारियों को निकाला गया. 59 पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कराए गए और तीन लाख का जुर्माना वसूल किया गया है. मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा 2022-23 में प्लेसमेंट एजेंसी प्राइम वन वर्कफोर्स से जोन-6 का कार्यादेश वापस लिया गया है. विधायक शर्मा द्वारा अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक शराब बिक्री से राजस्व के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि 6135.56 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ है.