बिलासपुर। शेख मकसूद के पेट में चाकू मारा गया है और उसकी अतड़ी बाहर हो गई है वही शेख शहजादा के सिर में सीने में और जांघ में चाकू मारा गया है दोनों ही व्यक्ति अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती है। पुलिस की उदासीनता और विफलता से यह गंभीर घटना हुई है इसके पहले भी कई बार आरोपियों की गुंडागर्दी की शिकायत थाने में की गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की उल्टे आरोपियों को ही उनका समर्थन मिलता था। प्रार्थीयों ने हमेशा पुलिस को सूचित किया और जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई थी। एसपी और आई जी से मुलाकात किए थे, लेकिन पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने मामलों को नजरअंदाज किया और उसका परिणाम यह हुआ कि 8 लोगों ने ताबड़तोड़ चार लोगों को डंडे, लाठी से लात, घूसों से और धारदार हथियार चाकू से पत्थर, राड डंडो से प्राणघातक हमला किए फल स्वरुप इस जानलेवा घटना में 2 लोगों की हालत गंभीर है बाकी 2 लोगों की अस्पताल उपचार पश्चात छुट्टी मिल गई है। इसकी सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज हो चुकी है प्राथमिकी दर्ज हो गई है 147 148 149 294 506 323 307 धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस कार्रवाई करने वाली है लेकिन कोई तेजी नहीं आई है फल स्वरूप आरोपियों के हौसले बुलंद हैं। शहर में आए दिन चाकू और मारपीट की घटनाएं, हत्या की घटनाएं हो रही है प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है। कल भी जो घटना हुई है इसे भी पुलिस की लापरवाही बताई जा रही है क्योंकि गुंडागर्दी के मामले की कई बार शिकायत पुलिस को की जा चुकी थी एसपी कलेक्टर आईजी और थानेदार सभी ने इस मामले को सुना था महिलाओं ने जाकर वहां निवेदन किया था कि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी और सभी ने इस को नजरअंदाज किया था आज जानलेवा वारदात पुलिस की उदासीनता के कारण घटित हुआ है।
'जनता से रिश्ता' समाचार पत्र ने इसके पहले भी इमामबाड़ा में हुए गुंडागर्दी की घटना को लेकर समाचार प्रसारित किया था और उसने पुलिस के द्वारा आरोपियों का साथ देने का प्रार्थीयों के आरोप को बताया था। लेकिन पुलिस ने इसे हीला हवाला किया अंततः इस तरह की घटना के पीछे पुलिस की मामले को लेकर शिथिलता बरते जाने को कारण बताया जा रहा है।