बालोद। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था डौण्डीलोहारा में सुजुकी मोटर गुजरात द्वारा लगभग 600 पदों हेतु प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन 22 सितम्बर 2022 को प्रातः 10 बजे से किया जाएगा। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था डौण्डीलोहारा के प्राचार्य श्री पी.ईडपाचे ने बताया कि समस्त शासकीय व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में वर्ष 2017 से अगस्त 2022 तक उत्तीर्ण व्यवसाय-फिटर, डीजल मैकेनिक, मोटर मैकेनिक, टर्नर, मशीनिष्ट, वेल्डर विद्युतकार, टूल एण्ड डाई मेकर, प्लास्टिक प्रोसेसिंग आपरेटर, सीओई(आटोमोबाईल), ट्रेक्टर मैकेनिक, पेंटर जनरल के पुरूष प्रशिक्षणार्थी उक्त प्लेसमेंट कैम्प में सम्मिलित हो सकते हैं।
आयोग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ली
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष का राजकीय गमछा और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया। डॉ. नायक ने श्रीमती रेखा शर्मा को राज्य महिला आयोग का निरीक्षण कराया और आयोग के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर आयोग के सचिव श्री आनंद प्रकाश किसपोट्टा और आयोग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
डॉ. नायक ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती शर्मा को राज्य महिला आयोग के वार्षिक प्रतिवेदन की जानकारी दी। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग के द्वारा समय-समय पर दिये जाने वाले कार्यक्रमों पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के क्रियान्वयन से भी अवगत कराया। डॉ. नायक ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने अब तक 16 जिलों में मानव तस्करी की रोकथाम के लिये जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के साथ बैठक की है। साथ ही हितधारकों तथा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए एन.जी.ओ. और विभिन्न विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि 16 सितम्बर से बस्तर संभाग के 7 जिलों में दौरे के साथ इस विषय पर जिलावार बैठकें होनी है।
डॉ. नायक ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ के रूप में एक नई पहल की गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आयोग का पूरा सहयोग किया और डी.एम.एफ. फंड से सीधे राशि दिलाये जाने का प्रावधान किया। इसके तहत महिला आयोग को अब तक कुल 13 जिलों से लगभग 72 लाख रूपये प्राप्त हो चुके हैं। महिला आयोग द्वारा तैयार मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ में एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगी है, इसके माध्यम से गांव-गांव जाकर महिलाओं को उनके अधिकारों और कानूनों के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। न्याय रथ में 2 अधिवक्ता और काउंसलर भी रहते हैं, जो मौके पर महिलाओं की समस्याओं को सुनकर जरूरी सलाह देते हैं।
डॉ. नायक ने बताया कि न्याय रथ ने दुर्ग जिले में लगभग 16 दिन तक 70 जगहों और रायपुर जिले में 8 दिन तक महिलाओं, छात्र-छात्राओं के बीच लीगल अवेयरनेस का कार्य किया है। वर्तमान में जांजगीर जिले में 16 दिन तक न्याय रथ के माध्यम से लीगल अवेयरनेस का काम किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों की हजारों महिलाओं और नागरिकों को उनके गांवों में ही कानूनी अधिकारों की जानकारी मिल रही है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में त्वरित गति से महिलाओं की समस्याओं के निवारण के लिए कार्य किया जा रहा है।