बालोद। जिले में होम वोटिंग के लिए बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ अपनी रुचि दिखाई। भारत निर्वाचन आयोग के नवीन व्यवस्था के फलस्वरूप अपने शारीरिक अक्षमता के कारण मतदान केन्द्रों में पहुँचकर मतदान करने के लिए असमर्थ जिले के 53 बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता अपने घरों में मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी सहभागिता दी।
बता दें कि जिले में होम वोटिंग की प्रक्रिया को पूरा करने जिला निर्वाचन के द्वारा मतदाताओं के निवास स्थानों के आधार पर कुल 11 रूट बनाए। जिले में होम वोटिंग के लिए चलने-फिरने में असमर्थ 85 वर्ष से अधिक की आयु के बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं को चिन्हित कर होम वोटिंग के लिए विकल्प भरवाया गया था। कुल 55 मतदाताओं को होम वोटिंग के लिए चिन्हित किया गया था। जिसमें होम वोटिंग दिवस के पूर्व दो बुजुर्ग की मौत हो गई। लिहाजा 53 मतदाताओं ने इस व्यवस्था का लाभ लिया।