5 युवा बने सब इंस्पेक्टर, कठिन संघर्ष से राज्य पुलिस सेवा में हुए चयनित
नारायणपुर। जिले के 5 युवा कठिन परिस्थितियों को पार करते हुए राज्य पुलिस सेवा में चयनित हुए हैं और अब सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर के पद पर अपनी सेवाएं देंगे। इस सफलता ने जिले का मान बढ़ाया है और उनकी यह कामयाबी जिले के सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है। इन युवाओं की सफलता ने न केवल उनके परिवारों बल्कि पूरे जिले को गौरवान्वित किया है।
गांवों से आए युवाओं ने दिखाई संघर्ष की मिसाल
इन पांच चयनित युवाओं में खड़ीबाहर के चुम्मन राम उर्वशा का सब इंस्पेक्टर (सूबेदार) पद पर, डूमरतराई के नीरेंद्र भंडारी का सब इंस्पेक्टर, उत्तम पात्र का प्लाटून कमांडर, कोचवाही के दीपेश ध्रुव का प्लाटून कमांडर, और बेलगांव के गंगासागर पात्र का सब इंस्पेक्टर पद पर चयन हुआ है। इस कठिन यात्रा के दौरान उन्होंने कई बाधाओं का सामना किया, जिसमें बिजली, सड़क और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव भी शामिल था, लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें इस मंजिल तक पहुंचाया।
संघर्ष और समर्पण का संदेश
चयनित युवाओं ने अपने संघर्षों को साझा करते हुए उन युवाओं के लिए प्रेरणा दी जो भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ष्हर युवा को अपने लक्ष्य को निर्धारित कर निरंतर प्रयास करना चाहिए। कड़ी मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती, सफलता अवश्य मिलती है।ष् उन्होंने इस यात्रा में नारायणपुर की लाइब्रेरी को भी एक महत्वपूर्ण सहारा बताया, जहाँ से उन्होंने पढ़ाई की। शारीरिक तैयारी के लिए बालक हाइस्कूल ग्राउंड को अपना अभ्यास स्थल बनाया, जिससे उनकी फिटनेस बनी रही।
बिजली मिस्त्री से सब इंस्पेक्टर बनने तक का सफर
सब इंस्पेक्टर पद पर चयनित नीरेंद्र भंडारी ने अपनी कठिन यात्रा का अनुभव साझा किया। वे पहले बिजली विभाग में मिस्त्री के पद पर कार्यरत थे और इसी बीच परीक्षा की तैयारी भी की। सीमित समय के बावजूद उन्होंने अपने ऑफिस के कार्यों के बाद बचे समय में पूरी लगन से पढ़ाई और फिजिकल तैयारी की। उन्होंने बताया कि नारायणपुर लाइब्रेरी और परेड ग्राउंड उनकी तैयारी में अत्यधिक सहायक रहे।