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केशकाल। सर्वआदिवासी समाज के द्वारा धर्म परिवर्तन किए लोगों को फिर से अपने समाज में वापस लाने का मुहिम चलाया जा रहा है, जिसके तहत फरसगांव ब्लॉक के ग्राम आदवाल से 5 परिवार के 23 लोग अपने समाज में वापस लौटे। उनका ग्रामवासियों ने तिलक चंदन लगाते हुए नारियल भेंट कर स्वागत किया। जिसके उपरांत सभी लोगों ने ग्राम की इष्ट देवी मां शीतला के दरबार में माथा टेक कर आशीर्वाद लिया गया। कोंडागांव जिला के संवेदनशील क्षेत्रों में इन दिनों धर्मांतरण के खिलाफ सर्व आदिवासी समाज के लोग एकजुट होकर विरोध कर रहे हैं । जिसके तहत 6 दिसंबर को भी फऱसगांव ब्लॉक के ग्राम पंचायत भोंगापाल में दर्जनों गांव के सैंकड़ो लोगो की बैठक आहुत की गई थी। जिसमें मुख्य रूप से धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समाज के गायता, पटेल, पुजारी एवं सरपंच समेत ग्रामीणजन गाँव की देवी देवताओं समाज के रूढि़वाद प्रथा को बनाए रखने के लिए धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने की बात कही गई थी।
वहीं धर्म परिवर्तन किए लोगों को वापस आने के समाज में आने की भी अपील की थी। जिसके फलस्वरूप आज आदिवासी समाज के 23 लोग धर्मपरिवर्तन किए थे, वे सभी लोग वापस अपने समाज में लौट आये, उन सभी को गांव के नायता, पटेल और पुजारी ने नारियल भेंट कर स्वागत किया गया। जिसके बाद सभी लोगों ने गांव की आराध्य देवी मां शीतला के दरबार में जाकर माथा टेके। भोंगापाल परगना के अध्यक्ष सुकलु राम ने बताया कि हमारे द्वारा लगातार धर्म परिवर्तन के लोगों से अपील कर रहे हैं कि वापस अपने समाज में शामिल हो जाये, जिसके बाद से लोग वापस अपने समाज में शामिल हो रहे हैं, जिन्हें हम लोग सासम्मान स्वागत कर सामाजिक रीति-नीति से फिर से समाज में शामिल कर रहे हैं।
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