कुरुद। प्रदेश राइस मिल एसोसियेशन कोषाध्यक्ष कुरूद निवासी रोशन चंद्राकर ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल को 26 मई 2023 को पत्र प्रेषित कर भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों की शिकायत की थी। जिस पर जांच के लिए दिल्ली से एक टीम छत्तीसगढ़ आई। उनकी रिपोर्ट पर प्रदेश में बरसों से जमे एफसीआई के 43 अफसरों का तबादला कर उन्हें गुजरात और महाराष्ट्र रीजन में भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि छग राइस मिलर्स एसोसियेशन कोषाध्यक्ष चंद्राकर ने केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल को लिखित शिकायत कर बताया था कि केंद्र सरकार के मंत्री और दिल्ली के बड़े अफसरों को अतिरिक्त पैसा भेजना है, कहकर एफसीआई ने छत्तीसगढ़ से अतिरिक्त पैसे की वसूली करोड़ों में की है। वर्ष 21-22 में भाखनि द्वारा 3244615 मीट्रिक टन चावल लिया गया जिसमें 67.13 करोड़ की अवैध उगाही की गई है। यही प्रक्रिया वर्ष 2022-23 में भी अपनाई गई जिसमें 3319343 मीट्रिक टन चांवल लेने के एवज में 7500 रुपए प्रति लाट की दर से 85.85 करोड़ रूपये की अवैध उगाही की गई है। चंद्राकर ने बताया कि पहले मिलर्स को प्रति लाट 6 हजार रूपये देना पड़ता था। अपने साथ हो रही लूट का विरोध करने पर अधिकारी उसे ब्लैक लिस्ट में डालने की धमकी देकर चुप करा देते थे।
शिकायत की प्रतिलिपि सचिव खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली भारत सरकार, सीएमडी भाखनि नई दिल्ली, मुख्य विजिलेंस ऑफिस भाखनि भारत सरकार तथा ईडी विजिलेंस भाखनि नई दिल्ली को भी प्रेषित कर कोषाध्यक्ष चंद्राकर ने बताया था कि भाखनि के अधिकारी प्रदेश के मिलर्स का आर्थिक शोषण कर उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहे है। जिससे प्रदेश का राईस मिल उद्योग आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है।उनकी शिकायत पर पिछले दिनों दिल्ली की एक टीम छत्तीसगढ़ पहुंची थी। इसके बाद प्रदेश के 43 अधिकारियों का ट्रांसफर एक झटके में कर दिया गया।