दंतेवाड़ा में 4 माओवादियों ने CRPF और एसपी के समक्ष किया आत्मसमर्पण
दंतेवाड़ा। जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत् जिला दंतेवाडा के विभिन्न ग्रामों के व्यक्ति जो प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय है उन्हें आत्मसमर्पण कर सम्मान पूर्वक जीवन यापन करने के लिए थाना/कैम्पों एवं ग्राम पंचायतों में संबधित क्षेत्र के सक्रिय माओवादियों के नाम चस्पा कर लोन वर्राट्र (घर वापस आईये) अभियान चलाया जा रहा है एवं पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) के द्वारा नक्सली संगठन में सक्रिय माओवादियों से आत्मसमर्पण कर सम्मान पूर्वक जीवन यापन करने के लिए लगातार आह्वान कर अपील किये जाने पर आज मलांगेर एरिया कमेटी के फुलपाड़ पंचायत अन्तर्गत ग्राम फुलपाड डोमार पारा मिलिशिया सदस्य क्रमशः
(1) मिलिशिया सदस्य, सुदरू मड़कामी पिता स्व0 नंदा मड़कामी उम्र लगभग 32 वर्ष जाति माड़िया निवासी फुलपाड़ डोमारा पारा थाना कुआकोण्डा
(2) मिलिशिया सदस्य, देवा मरकाम पिता नंदाराम मरकाम उम्र लगभग 30 वर्ष जाति माड़िया निवासी फुलपाड़ डोमार पारा थाना कुआकोण्डा
(3) मिलिशिया सदस्य, सन्ना लेकामी पिता स्व0 बया लेकामी उम्र लगभग 46 वर्ष जाति मुरिया निवासी फुलपाड़ डोमार पारा थाना कुआकोण्डा
(4) मिलिशिया सदस्य, सुक्का माड़वी पिता स्व० भीमा माड़वी उम्र लगभग 28 वर्ष जाति माड़िया थाना कुआकोण्डा जिला दन्तेवाड़ा ने माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर लोन वर्राटू (घर वापस आईये अभियान) एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त करते हुए श्री विनय कुमार सिंह उप पुलिस महानिरीक्षक (परि) सीआरपीएफ, श्री सिद्धार्थ तिवारी (भा.प्र.से.) पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा एवं श्री सुरेन्द्र सिंह कमाडेण्ट 231 वीं वाहिनी सीआरपीएफ तथा अन्य सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस बल दन्तेवाड़ा के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सलियों के द्वारा विगत 07-08 वर्षों से प्रतिबंधित नक्सल संगठन में सक्रिय रहकर आगजनी करना, रोड़ काटना, स्कूल/आश्रम तोड-फोड़ करना, अपहरण, मारपीट, ग्रामीणों से पैसा उगाही सहित कई नक्सल वारदातों में शामिल होना बताये। जिनके विरूद्ध थाना कुआकोण्डा में पूर्व से अप0 कं-23/2016 धारण 147,148,149,456,365,346,386,307 भादवि0 पंजीबद्ध है।
लोन वर्राट्र अभियान के तहत अब तक 128 ईनामी माओवादी सहित कुल 535 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।