भिलाई। दुर्ग पुलिस ने वर्षों से लापता तीन किशोरियों का पता लगाकर उन्हें सुरक्षित उनके मां-बाप के पास पहुंचाया है। माता-पिता को देखते ही बच्चियां उनके गले से लगकर रोने लगीं। पुलिस ने इन मामलों में अलग-अलग टीम गठित कर एक नाबालिग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों के खिलाफ धारा 363, 366, 376 और 4, 6 पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई कर उनको न्यायालय में पेश किया गया, जहां से सभी न्यायिक हिरासत में भेज दिये गए हैं। नेवई टीआई भारती मरकाम ने बताया कि 14 सितंबर 2019 को रिसाली बस्ती के रहने वाले लोगों ने अपनी नाबालिग लडक़ी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस को आरोपी बार-बार चकमा देकर बच्ची के साथ दूसरी जगह भाग जा रहे थे, तब पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी को राजनांदगांव जिले के ग्राम-लालपुर में देखा गया है। वहां घेराबंदी कर आरोपी सालिक राम उर्फ सतीक मारकंडे (30 वर्ष) के कब्जे से लडक़ी को बरामद कर उनके माता-पिता को सौंपा गया। इसी तरह 20 अक्टूबर को 2021 को स्टेशन मरोदा निवासी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी 15 वर्षीय लडक़ी लापता हो गई है। काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कहीं पता नहीं चला है। पुलिस ने इस मामले में खोजबीन शुरू की तो पता चला कि आरोपी चन्द्रशेखर विश्वकर्मा उर्फ विक्की (21) लडक़ी को झूठे प्रेमजाल में फंसाकर अपने साथ ले गया है।
पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रैस कर एक टीम को ग्राम-पोटिया कला दुर्ग भेजा। यहां विक्की किराए के मकान में था। पुलिस ने यहां से लडक़ी को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया और आरोपी को गिरफ्तार लिया। 25 मार्च 2019 को मरोदा निवासी परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी नाबालिग लडक़ी को कोई अज्ञात युवक बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू की। तीन साल बाद भी जब उनका पता नहीं चला तो इस मामले में भी एक विशेष टीम गठित कर मुखबिर को अलर्ट किया गया। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि बेमेतरा जिले के ग्राम-कुसमी में एक नाबालिग लडक़े साथ एक लडक़ी को देखा गया है। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी करके लडक़े को पकड़ लिया। उसके बताए पते से लडक़ी को सुरक्षित बरामद कर परिजनों को सौंपा गया है।