जशपुर jashpur news। सरगुजा मार्ट कंपनी के नाम से ऑफिस खोलकर सस्ते दामों में बोर खनन एवं कृषि उपकरण विक्रय के नाम से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है । पूर्व में मुख्य डायरेक्टर महिला आरोपी लता खूंटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एक 49 वर्षीय महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया था कि दोकडा निवासी फ्रांसिस पन्ना मेरे पास आया और कम पैसों में बोर खोदने का टेंडर मिला है। जिसकी डायरेक्टर अंबिकापुर की महिला लता खूंटे हैं एवं इस कंपनी का ब्रांच ऑफिस कुनकुरी के आजाद मोहल्ला में खोला गया है जिसका डिप्टी डायरेक्टर निशांत तिर्की है । fraud case
jashpur तब महिला सरगुजा मार्ट कंपनी का एरिया मैनेजर फ्रांसिस पन्ना की बातों में आकर अपनी पुत्री के मोबाइल फोन से ऑनलाइन 40 हज़ार ट्रांसफर करते हुए फॉर्म भरने के नाम से 15 सौ बोर खनन के लिए दिए गए । एवं दो अन्य महिलाओं ने भी 41 हजार 5 सौ को अलग अलग फ्रांसिस पन्ना को ऑनलाइन भुगतान किया । इसके बाद अलग-अलग कुनकुरी क्षेत्र के ही ग्राम वासियों से इसी तरह ठगी करते हुए आरोपी ने 41 हजार, 20 हजार, 41 हजार 5 सौ रकम को अलग अलग फोन पर के माध्यम से बोर खनन करने के लिए लिया गया।
एरिया मैनेजर फ्रांसिस पन्ना एवं डिप्टी डायरेक्टर निशांत तिर्की द्वारा यह रकम 2022 वर्ष के मई महीने से अलग-अलग व्यक्तियों से ठगी की गई । पैसे लेने के बाद सभी लोग ठगी का शिकार होना अपने आप को महसूस किया इसके बाद लोगों ने एरिया मैनेजर फ्रांसिस पन्ना एवं डिप्टी डायरेक्टर निशांत तिर्की से पैसों की मांग की लेकिन आरोपियों ने नहीं बोर खनन किया और नहीं पैसे लोगों के लौट आए इसके बाद पुलिस ने मामला पंजीबद्ध करते हुए विवेचना में लिया।
जशपुर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए आदेश दिए एवं पुलिस टीम को विवेचना के दौरान गांधीनगर अंबिकापुर थाने से सूचना मिली कि पूर्व के धारा 420 प्रकरण में महिला आरोपी लता खूंटे ने क्षेत्र के लोगों से बोर खनन एवं जैविक कृषि फार्मिंग हेतु हितग्राहियों से पैसा लेकर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार है जो अभी अंबिकापुर जेल में कैद है । विवेचना के दौरान आरोपी निशांत तिर्की का लोकेशन अंबिकापुर पाया गया जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जशपुर लेकर आई । फरार आरोपी फ्रांसिस पन्ना को पुलिस ने उसके गांव से गिरफ्तार कर अभी रक्षा में लिया एवं पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि बोर खनन एवं कृषि उपकरण देने के नाम से इन्होंने पैसे लिए थे । पुलिस ने फर्जी बिल बुक धोखाधड़ी से संबंधित अन्य दस्तावेज आरोपियों से जब तक कर आरोपियों को जेल भेज दिया है।