आयकर छापे में मिले 2 करोड़ कैश और 1 करोड़ के जेवरात, आज भी जारी है कार्रवाई

रायपुर। कर चोरी के आरोप में चल रहे छापे में आयकर अमले को बड़ा ब्रेकथ्रू मिला है। RDA प्रोजेक्ट प्रा. लिमिटेड के मालिक सुनील अग्रवाल के ठिकानों में जांच कर रही टीम ने 2 करोड़ कैश और 1 करोड़ रुपए कीमत के जेवर सीज किया है। यह घोषित है या अघोषित अभी स्पष्ट नहीं किया गया है। आरडीए इस समय प्रदेश का सबसे बड़ा कंस्ट्रक्शन ग्रुप है। यह अभी नयी विधानसभा और नवा रायपुर के अधिकांश कंस्ट्रक्शन के काम कर रहा है।
ये छापे बुधवार सुबह से चल रहे हैं। सुबह जहां दर्जन भर ठिकानों से शुरू हुए छापे शाम होते होते 30 ठिकानों तक जा पहुंचे। यह जांच आधी रात बाद तक चलते रहे। उसके बाद सुबह से फिर शुरू हो गए। ये छापे एसकेएस स्टील्स के डायरेक्टर, सुनील रामदास अग्रवाल के लाविस्टा, उनके सीए अनिल अग्रवाल के ऐश्वर्या किंगडम स्थित घर-दफ्तर, फैक्ट्री यहां रहने वाले आरके गुप्ता, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया के बिलासपुर, रायपुर स्थित घर ऑफिस रायगढ़ के नटवर रतेरिया, खरसिया के मुकेश अग्रवाल के यहां चल रहे हैं। इनके साथ ही भैंसथान रामसागर पारा में स्टील फर्म केडिया इंटरप्राइज में भी जांच चल रही है।
इन छापों में अब तक बड़ी संख्या में कच्चे लेनदेन के लूज पेपर्स सीज किए गए हैं। वहीं इन फर्मों के हिसाब वाले कम्प्यूटर हार्डडिस्क, सॉफ्टवेयर भी मिले हैं।
सूत्रों ने बताया कि इन सभी ठिकानों में मारे गए छापों का एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं है। सभी के यहां अलग-अलग कारणों से दबिश दी गई है। अमोलक सिंह के यहां दो वर्ष पूर्व भी दिल्ली से आयी टीम ने छापे मारे थे। अफसरों ने बताया कि सभी छापे, बीते तीन वर्षों के आईटीआर में मिले बड़े अंतर की गणना के बाद डाले गए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि कुछ दलीय चंदे और डोनेशन के भी इनपुट, विंग को मिले थे।
