नारायणपुर धर्मांतरण मामले में अब तक 17 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
बस्तर। जिले में धर्मांतरण का मामला नक्सलवाद और आरक्षण से ज्यादा गंभीर होता जा रहा है. नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर जल रही चिंगारी इस कदर भड़की कि 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह मुद्दा गरमाया रहा. इस पूरे हमसे में शामिल हिंसा भड़काने वाले और दंगा करने वाले आरोपियों को नारायणपुर पुलिस आईडेंटिफाई करते हुए लगातार गिरफ्तार कर रही है. अब तक कुल 17 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पुलिस पूछताछ में कई जानकारियां जुटा रही है, जिसके आधार पर दंगे में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है.
नारायणपुर एएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि 1 जनवरी को एडका थाना क्षेत्र के गोर्रा गांव में अचानक दो पक्षो में हुई मारपीट में कुल 10 लोग घायल हो गए थे. जिसमे दोनों पक्षो के 4-4 ग्रामीण के साथ 2 पुलिस कर्मी भी शामिल थे. जिनका इलाज नारायणपुर अस्पताल में चल रहा था. हालांकि 2 ग्रामीण जो बुरी तरह से घायल थे उन्हें रायपुर रिफर किया गया था. इस मामले में एडका थाना में 2 रिपोर्ट कराई गई थी एक ग्रामीणो के साथ और दूसरी रिपोर्ट पुलिस की तरफ से की गई थी. इस दोनों FIR में कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ईसाई समुदाय के कुछ लोग तकरीबन ढाई सौ की संख्या में बाइक पर सवार होकर गोर्रा गांव पहुंचे और आदिवासियों के साथ जमकर मारपीट की. इस मारपीट में कुल 16 लोग घायल हो गए घायलों में 11 ग्रामीणों का इलाज एडका के उप स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा था. वहीं 5 ग्रामीण जो बुरी तरीके से घायल थे उनका उपचार नारायणपुर अस्पताल में की जा रही थी. नारायणपुर के अस्पताल में चल रही 5 घायलों में से 2 ग्रामीणों को काफी ज्यादा चोट लगने से नारायणपुर अस्पताल से रायपुर रिफर करना पड़ा. साथ ही बीच-बचाव में 2 पुलिस कर्मी भी घायल हो गए थे. यह मामला इतना ज्यादा बढ़ गया की आदिवासियों ने बंद का आवाहन किया और 2 जनवरी को नारायणपुर बंद करते हुए ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे. इसी बीच रैली से निकले एक गुट ने अचानक चर्च के ऊपर हमला बोल दिया. और चर्च में जमकर तोड़फोड़ भी हुई इस हमले में पुलिस कप्तान के साथ कई सुरक्षा बल के जवान भी घायल हुए. इस मामले में नारायणपुर पुलिस ने जिले के भाजपा अध्यक्ष के साथ 11 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.