छत्तीसगढ़

रायपुर जिले में 150 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया, कलेक्टर ने दिए निर्देश

Shantanu Roy
14 Sep 2021 6:45 PM GMT
रायपुर जिले में 150 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया, कलेक्टर ने दिए निर्देश
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रायपुर। तेज बारिश के चलते राजधानी के कई इलाकों में जलभराव हो गया है. कलेक्टर सौरभ कुमार ने जिले में अतिवृष्टि या बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रभावित क्षेत्र में तत्काल राहत कार्य करने के निर्देश दिए. जिसके बाद रायपुर जिले में अभी तक करीब 150 परिवारों को डुबान क्षेत्र से निकालकर सोमवारी बाजार शेड, दुकान, सोमवारी बाजार स्कूल, मंडी प्रांगण, संगवारी भवन में ठहराया जा चुका है. आवश्यकता पड़ने पर हरिहर स्कूल में ठहराने के लिए स्कूल के कमरों की साफ-सफाई की जा रही है.

मंगलवार को नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा क्षेत्र अंतर्गत भारी बारिश की संभावना और सिकासेर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण आम नागरिकों को जानमाल की हानि से बचाव और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को खाली कराए जाने के लिए नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा द्वारा सघन मुनादी कराया गया. नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा द्वारा एडवाइजरी जारी कर आम नागरिकों को अनावश्यक रूप से नदी, नदी तटबंध, पुल और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से मना किया गया है. नदी, पुल में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, सेल्फी लेने और तैराकी करने से मना किया गया.
नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के वार्ड क्र.15 के देवार पारा के बाढ़ प्रभावित 80 परिवारों को नगर के सोमवारी बाजार में निर्मित शेड में व्यवस्थापित किया गया है. इसी तरह वार्ड क्र. 16 के बाढ़ प्रभावित परिवारों को शासकीय प्राथमिक शाला, सोमवारी बाजार और कृषि उपज मंडी नवापारा में व्यवस्थापित किया गया है. जो परिवार अपने रिश्तेदार के यहां रूकना चाहते थे उसके सामान को संबंधित रिश्तेदारों के यहां छोड़ा गया. वार्ड क्र.17 में व्यवस्थापन की संभावित स्थिति को देखते संगवारी भवन को आरक्षित किया गया है
उक्त सभी स्थलों में नगर पालिका द्वारा बिजली, पानी और अन्य आवश्यक व्यवस्था किया गया है. नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के राजस्व विभाग, जल विभाग, विद्युत विभाग और स्वच्छता विभाग के समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के लिए स्टैण्ड बाय में रखा गया है. जिससे आम नागरिकों को होने वाली जानमाल की हानि से बचाव किया जा सके. इसके साथ ही समस्त नगरवासियों से अपील की जाती है कि अनावश्यक रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें एवं अपनी जान को जोखिम में न डालें.
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