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रायपुर। एम्स रायपुर के चिकित्सकों ने टीबी के बढ़ते रोगियों की संख्या को देखते हुए समय पर इसका चेकअप करवाकर उपचार प्रारंभ करने का सुझाव दिया है। वर्तमान में एम्स के पल्मोनरी विभाग में होने वाले टीबी के टेस्ट में 10 प्रतिशत टीबी के रोगी मिल रहे हैं। कार्यपालक निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (रिटा) ने बताया कि दुनियाभर में टीबी के रोगियों की संख्या को नियंत्रण में रखने का प्रयास किया जा रहा है। एम्स में इसके लिए गुणवत्तापूर्ण उपचार की सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं।
एम्स के पल्मोनरी विभाग और NTEP सेल के तत्वावधान में टीबी सप्ताह के अंतर्गत आयोजित सिम्पोजियम में विशेषज्ञों ने टीबी की दवा प्रतिरोधकता के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इसके उपचार के नए दिशा-निर्देशों के बारे में चिकित्सकों को जानकारी दी।
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