रांची। झारखंड ( Jharkhand) में रांची पुलिस (Ranchi Police) को बड़ी सफलता मिली है. भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर सुरेश सिंह मुंडा और एरिया कमांडर लोदरो लोहरा मंगलवार को विधिवत रांची जोनल आईजी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में आईजी अभियान और जोनल आईजी के सामने सरेंडर (Naxalite Surrender) किया. रांची के आईजी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम सरेंडर किया. खूंटी जिले सुरेश मुंडा पर राज्य सरकार ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित रखा है. वहीं लोदरो पर दो लाख का इनाम है. सुरेश ने हार्डकोर नक्सली कुंदन पाहन के साथ शुरुआती दिनों में काम किया था. बाद में इसे संगठन ने चाईबासा के पोड़ाहाट इलाका में भेजा था.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुरेश सिंह मुंडा रांची के बुंडू थाना अंतर्गत बाराहातू का रहनेवाला है. सुरेश सिंह मुंडा पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जबकि लोदरो पर करीब 20 मामले दर्ज हैं. पुलिस दोनों को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ कर रही है. पुलिस सुरेश सिंह मुंडा व लोदरो के जरिये एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा तक पहुंचने की तैयारी में हैं. 10 लाख के इनामी नक्सली सुरेश सिंह मुंडा एक करोड़ के इनामी अनल दा दस्ते के प्रमुख सदस्य था.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एक करोड़ के इनामी अनल दा व 25 लाख के इनामी मोछू के साथ सुरेश पोड़ाहाट इलाके में लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. पूर्व में वह जोनल कमांडर रहे कुंदन पाहन के लिए रांची व खूंटी इलाके में संगठन के लिए काम किया. माना जा रहा है कि जीवन के आत्मसमर्पण से माओवादियों को बड़ा झटका है. धनबाद में 25 लाख के इनामी स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य राजेश संथाल उर्फ सोनुवा उर्फ टुडू उर्फ प्रभाकर उर्फ हरीश ने विशेष टीम की पूछताछ में बताया था कि छत्तीसगढ़ का एक एमबीबीएस डॉक्टर रफीक हार्डकोर नक्सली जीवन कंडुलना, सुरेश सिंह मुंडा, टीपू, महाराज प्रमाणिक को भी चिकित्सा करने के लिए प्रशिक्षित कर दिया है, जो बीमार नक्सलियों का इलाज करते हैं.