छत्तीसगढ़

...आखिर बत्रा पर कब कार्रवाई करेगा बोर्ड, पुलिस प्रशासन

Admin2
17 Oct 2020 6:38 AM GMT
...आखिर बत्रा पर कब कार्रवाई करेगा बोर्ड, पुलिस प्रशासन
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मामले को लंबा खींचने हाउसिंग बोर्ड दे रहा नोटिस पर नोटिस

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। लाकडाउन में बर्थ डे पार्टी के दौरान गोली चलने के बाद चर्चा में आए क्वींस क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह बत्रा को हाउसिंग बोर्ड के अफसर लगातार नोटिस पर नोटिस देकर मामले को लंबा खींचने का काम कर रहे हैं। दरअसल गोलीकांड के बाद क्लब के डायरेक्टर बत्रा को बोर्ड की तरफ से एक नहीं, तीन-तीन शो काज नोटिस जारी किया जा चुका है। जिला प्रशासन, आबकारी विभाग और तेलीबांधा थाना पुलिस द्वारा अलग से नोटिस जारी किया जा चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि बत्रा ने किसी भी नोटिस का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। बावजूद इसके बत्रा के खिलाफ न तो हाउसिंग बोर्ड, न ही जिला प्रशासन ही कोई कार्रवाई कर पाए और न तो पुलिस ही कुछ कर सकी।

कार्रवाई करने में सबके हाथ कांप रहे हैं। जानकार सूत्रों ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर निर्मित क्वींस क्लब में गैरकानूनी गतिविधियां संचालित होने की जानकारी बोर्ड के जिम्मेदार अफसरों को थी, लेकिन क्लब से रसूखदार लोगों के जुड़े होने से वैधानिक कार्रवाई करने की किसी की हिम्मत नहीं हुई। गोलीकांड के बाद जब ड्रग सप्लायर नेटवर्क का भांडा फूटा, तब मामला गरमाया। क्लब के भीतर संचालित हाई स्ट्रीज लाउंज के मैनेजर संभव पारख समेत अन्य रसूखदारों की ड्रग मामले में गिरफ्तारी ने कई राज खोले हैं।

दामन बचाने के लिए दिया नोटिस : अपना दामन बचाने के लिए अब हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी क्वींस क्लब को अवैध तरीके से सबलीज पर देने और गैरकानूनी गतिविधियां संचालित करने के मामले में बत्रा को 29 व 30 सितंबर को दो नोटिस जारी कर चुके थे, लेकिन बत्रा ने जवाब देने के बजाय परिवार में कोरोना मरीज होने का हवाला देकर 20 नवंबर तक का समय मांगा। बोर्ड ने इसकी अनुमति नहीं दी, बल्कि तीसरा और अंतिम नोटिस गुरुवार को जारी कर एक सप्ताह में जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्रवाई करने के लिए चेताया है।

नियमों के विपरीत संचालन, हो सकती है एफआइआर : बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में क्लब का संचालन नियमों के विपरीत होना पाया गया है। क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह द्वारा बिना बोर्ड की अनुमति के पैसे लेकर बिल्डर हर्षित सिंघानिया, चंपालाल जैन, नमित जैन आदि को सबलीज पर क्लब का संचालन देने और लाकडाउन के दौरान पार्टी आयोजित करने पर आपत्ति जताई है। चर्चा है कि बोर्ड के जिम्मेदार अफसर अपने आप को बचाने के लिए बत्रा के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।

हालांकि नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि जिन शर्तों पर क्वींस क्लब को लीज पर दिया गया था, उन शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में बत्रा का पट्टा निरस्त कर दूसरे रसूखदारों को देने की तैयारी है। नियमों के विपरीत क्लब का संचालन करने व सालों से लीज रेंट का भुगतान नहीं करने के बावजूद बोर्ड के अफसर एफआइआर दर्ज कराने की लंबी प्रक्रिया में नहीं फंसेंगे, क्योंकि ऐसा करने से कई जिम्मेदार अफसर भी जांच के घेरे में आ जाएंगे। कलेक्टर व आबकारी विभाग की रिपोर्ट के आधार पर एफआइआर दर्ज की जा सकती है।


  • फरारी के दौरान लोकेशन बदल रहे पैडलर


  • पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजधानी के पांच-छह ड्रग्स पैडलर्स अभी फरार चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस की सक्रियता से घबराए ये लोग लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं। पुलिस और साइबर सेल की टीम उन्हें लगातार ट्रेस करने में लगी है। पुलिस का दावा है कि एक-दो दिन में इनकी गिरफ्तारी हो सकती है।


क्वींस क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह बत्रा को एक और अंतिम नोटिस जारी किया गया है। 22 अक्टूबर तक नोटिस का संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई होना तय है।

- आरके साहू, कार्यपालन अभियंता, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल

पुलिस को चकमा देने ड्रग्स पैडलर आशीष जोशी छिपा था क्वारेंटाइन सेंटर में

ड्रग्स बेचने का आरोपित और इंजीनियर निकिता का दोस्त आशीष जोशी राजधानी के एक क्वरंटाइन सेंटर में करीब पांच दिन तक छिपा रहा। आशीष कोरोना संक्रमित नहीं था। इसके बावजूद वह अपनी पहुंच का इस्तेमाल करके वीआइपी रोड स्थित एक निजी क्वारंटाइन सेंटर में छिपा रहा। पुलिस आशीष की तलाश कर रही थी। इसी बीच उसने क्वारंटाइन सेंटर से एक वीडियो जारी किया। वीडियो में उसने बाकायदा क्वारंटाइन सेंटर का नाम और खुद को पाजिटिव होने की जानकारी दी। ड्रग्स सप्लाई के मामले में 30 सितंबर को पुलिस ने श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर को गिरफ्तार किया था। उसके बाद यह वीडियो पुलिस के हाथ लगा। उसके बाद पुलिस उस वीडियो की पड़ताल कर उसके आधार पर आशीष तक पहुंची। पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो आशीष जोशी क्वारंटाइन सेंटर से ही अपने ड्रग्स नेटवर्क को संचालित कर रहा था। पुलिस ने आशीष के जब्त मोबाइल की जांच की तो उस दौरान आशीष ने ड्रग्स की खरीद-फरोख्त का चैट हाथ लगा। पुलिस उन लोगों से भी संपर्क कर रही है।

-इस मामले में कई लोगों के नाम सामने आए हैं। एक-दो दिन में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होगी। पुलिस उनके ठिकानों तक पहुंच गई है।

- अंकिता शर्मा, सीएसपी, कोतवाली

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