छत्तीसगढ़

...वैसे तो शांति रही, बारह बजे के बाद होटलों में सजी असली महफिल

HARRY
1 Jan 2021 6:01 AM GMT
...वैसे तो शांति रही, बारह बजे के बाद होटलों में सजी असली महफिल
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पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में नए साल का आगमन रहा सुखद

आफताब फरिश्ता

11.55 तक होता रहा डिंग-चिका, डिंग-चिका, 12 बजे पसरा सन्नाटा

बिना हुड़दंग, शोर-शराबे के नए साल ने दी दस्तक, किया वेलकम

होटलों में बाउंसरों की सुरक्षा में परोसा गया शराब

वीआईपी रोड के 14 बड़े होटलों में तीन हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए

जसेरि रिपोर्टर। राजधानी रायपुर में बीती रात नए साल का जश्न जोर-शोर से मनाया गया। हर होटलों में बाउंसरों के संरक्षण में युवाओं को कड़ी सुरक्षा में रखकर नशा परोसा गया है। शहर के वीआईपी रोड में दो दर्जन से भी ज्यादा बड़े होटलों, क्लबों, रेस्टोरेंटो, बार, कैफे नए साल के स्वागत के लिए भव्य नशे की पार्टी का आयोजन हुआ। युवाओं द्वारा होटलों व क्लबों में भी नए साल के जश्न की खुशियां बिखरीं। हाउसिंग सोसाइटियों, हाईप्रोफाइल लोगों की पॉश कालोनियों और बड़े कालोनियों में भी देर रात तक न्यू ईयर की पार्टियां चलीं। नए साल का केक कटा और रात भर युवाओं में उत्साह और उमंग दिखा। शहर के हर छोटे बड़े होटल में नए साल आगमन के पलों के लिए खास तैयारियां थीं। इस दौरान वीआईपी रोड के 14 बड़े होटलों के आयोजन में तीन हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। इन होटलों में सोलो और कपल पास दो हजार से लेकर साढ़े आठ हजार तक की संख्या में भीड़ थी।

होटलों में म्यूजिक ग्रुप ने मचाया धमाल

नए साल की रात में शहर के बड़े होटलों में म्यूजिक ग्रुप्स ने नए साल के जश्न में धमाल खूब धमाल मचाया है। युवाओं ने रात भर एक हाथ में शराब की गिलास और एक हाथ में सिगरेट लेकर नाचते भी दिखे। होटलों की ओर से इन आयोजनों में खुद शराब परोसी गई। नए साल के ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए युवाओं ने अपने जेब को अच्छी-खासी कीमत से भरी हुई थी। 20 से ज्यादा होटलों के बैंक्वेट हॉल में महंगे डीजे वालों ने न्यू ईयर पर गानों का रीमिक्स सुर बिखेरा। जिसमें पचास से सौ लोगों ने पार्टी एंजॉय की।

करोड़ों की शराब छलकी

नए साल के जश्न में गुरुवार की रात होटलों में जमकर शराब छलकी। आम दिनों में रायपुर में औसतन लाखों रुपए के शराब की बिक्री होती है, लेकिन नए साल के जश्न में करोडो से ज्यादा की शराब बिकी है। शहर में जिन होटलों में पहले से बार हैं वहां शराब पार्टी के लिए अनुमति लेनी पड़ी है। लेकिन बार से बाहर लॉन पार्टी के लिए पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी। लेकिन फिर भी कई होटलों के लॉन में पार्टियां चली। शहर के 14 बड़े होटलों ने आबकारी विभाग को आवेदन देकर वाइन पार्टी की अनुमति मांगी थी। हर होटल में 100 से 300 लोगों की उपस्थिति होनी थी। मगर इस बार हज़ारों की तादाद में युवओं की भीड़ देखने को मिली है।

होटलों में लाइव म्यूजिक के साथ गाला डिनर

न्यू ईयर की शाम गुलजार रहने वाले होटल इस बार फिर से गुलजार हो गए। एक सप्ताह से पहले जहां इन होटलों में नए साल की रात को रंगीन बनाने की तैयारियां शुरू हो रही थी, वो देखने को मिला है। हालांकि शहर के सभी बड़े होटल्स में बस डिनर और लाइव म्यूजिक के इंतजाम किए गए थे। लाइव म्यूजिक के साथ गाला डिनर की व्यवस्था भी इस बार की गई है।

पुलिस कैफों के बाहर अंदर हो रहा नशा

हुक्का बार चलाने के लिए बदनाम रेस्टोरेंट और कैफे नए साल के जश्न को भुनाने के लिए तैयार हो गए है। इनमें से किसी रेस्टोरेंट को नए साल तो किसी को बर्थ डे पार्टी के बहाने बुक किया गया है। नए साल के जश्न में जब धुएं के गुबार उड़ा रहे थे पुलिस की पीसीआर होटलों और बारों के बाहर खड़ी करके रखे थे। होटलों, कैफे और रेस्टोरेंटों में नए साल के जश्न में नशे का भरपूर कारोबार किया गया है। शहर के जो रेस्टोरेंट और कैफे नाजायज ढंग से हुक्का बार चलाने के लिए बदनाम भी हैं, नशे का शौक रखने वाले युवाओं की पसंद के नशे मिले। वीआईपी रोड इलाके में अधिकतर कैफे और रेस्टोरेंट नए साल के जश्न के लिए पहले से बुक कर लिए गए थे। सूत्रों के मुताबिक इनमें से किसी ने बर्थ डे पार्टी के नाम पर प्रशासन से आयोजन की अनुमति ली है तो किसी ने नए साल के जश्न के नाम पर। इस जश्न में युवाओं को उनकी पसंद के मुताबिक नशा परोसा गया है।

नशे के सौदागरों का बिछ चुका है जाल

राजधानी में नए साल की रात में नशे के अवैध सौदागरों ने होटलों में अपना जाल बिछाया हुआ है। शहरी व ग्रामीण इलाकों में नए साल की पार्टी मनाने के लिए युवाओं को अवैध शराब, अफीम, चरस, ड्रग्स और अन्य मादक पदार्थ खुलेआम बेचे जा रहे हैं। दौलत कमाने के चक्कर में नशे के कारोबारी मासूम बच्चों को अपनी गिरफ्त में फंसा कर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। एजुकेशन सिटी रायपुर में नशे का अवैध कारोबार तेजी से फल-फूल रहे हैं। पूरी तरह से अपना मकडज़ाल फैला चुके नशे के कारोबारी आधुनिकता की दौड़ में अब हाईटेक हो चुके हैं। मोबाइल पर ही मिले एक ऑडर के साथ मनचाहे ठिकाने पर अवैध शराब से लेकर ड्रग्स तक आसानी से पहुंचा देते हैं। शहरी एरिया नशे के अवैध धंधे की जकड़ में फंसा हुआ है। अनुमान के हिसाब से रोजाना शहर में करीब 50 लाख रुपये का नशे का अवैध कारोबार हो रहा है। इस कारोबार में गरीब तबके के बजाय दबंग व पैसे वाले लोग लगे हुए हैं।

पार्टियों तक ऐसे पहुंचा ड्रग्स

नशा तो रायपुर पहुंच जाता है। मगर अब सवाल ये है कि ये नशा रायपुर तक पहुंचता कैसे है? इस पर विश्वसनीय सूत्रों ने जानकारी दी कि गिनती के हिसाब से कोकीन के ऑर्डर दिए जाते है, एक ग्राम से लेकर दस ग्राम तक, एक साथ बड़ी मात्रा में कभी ड्रग पार्टी की जगह पर नहीं मंगाई जाती। इस दौरान ड्रग पैडलर उस पार्टी की जगह के इर्द-गिर्द ही मंडराता रहता है। जैसे ही ड्रग्स खत्म होता है, उसके पास फ़ोन आ जाता है बाकी का माल लेकर वो फौरन पहुंच जाता है। ये सिलसिला तब तक चलता रहता है जब तक कि पार्टी खत्म ना हो जाए या नशा सर पर ना चढ़ जाए।

पुलिस की मेहनत रंग लाई

होटल और पार्टी आयोजन स्थल के आसपास पुलिस ने कड़ा बंदोबस्त कर नशा और हुड़दंग करने वालों को पूरी तरह काबू में रखा। अधिकतर थानों की पीसीआर और क्राइम स्क्वॉयड, थाने के स्टाफ, रात साढ़े 12 बजे तक मुस्तैद दिखे। आम जनता में पुलिस प्रशासन के इस सराहनीय कार्य की सवत्र्र प्रशंसा हो रही है। जिले की पुलिस ने अपने कहकमे का नाम रोशन किया है, कोई भी गंभीर अपराध नए के आगमन पर नहीं हुआ, पुलिस की नए साल के आगमन पर इसे सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जाएगा।

कहां है नशे के सौदागरों के ठिकाने

नशे कारोबारियों ने शहर के नया बस स्टैंड, कालीबाड़ी, नेहरूनगर, बैरनबाजार काशीराम नगर, तेलीबांधा, राजातालाब, पंडरी, कालीनगर, संजय नगर पचपेड़ी नाका चौक पहाड़ी चौक, रेलवे कॉलोनी, चौबे कॉलोनी, सब्जी मंडी एरिया में अपने ठिकाने बनाए हुए हैं। नशे का कारोबार सब्जी मंडी, कुआं मोहल्ला व पाड़ा मोहल्ले में तो खुलेआम चल रहा है, जहां पर पुलिस तक छापा मारने की हिमाकत नहीं कर पा रही है। ग्रामीण एरिया की बात करें तो खरोरा, खमतराई, जोरा, लाभांडी, मंदिरहसौद के गावों में यह कारोबार अपनी जड़े जमा चुका है।

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