सोसायटी प्रबंधक ने लोन निकालकर किसान को फंसाया, गिरफ्तारी की मांग
डोंगरगढ़। क्षेत्र के ग्राम खल्लारी निवासी किसान पुत्र 35 वर्षीय आनंदराम कवर ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि फर्जी कृषि लोन के बोझ से परेशान आनंद ने आत्महत्या की है। इस मामले में राजनीति तेज हो गई है, बुधवार को सांसद संतोष पाण्डेय किसानों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था तथा समिति प्रबंधक पर कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की थी। देर शाम इस मामले में मेढा सोसायटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
बड़ा सवाल यह है कि इतने दिनों तक लंबित मामले में एक किसान के मौत के बाद आनन फानन में यह कार्रवाई की गई है, जबकि अनियमितता का जांच प्रतिवेदन 4 नवंबर 2022 को ही प्राधिकृत अधिकारी को मिल चुका था। इस मामले में 41 लाख ₹76000 रुपए की आर्थिक अनियमितता समिति प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा के द्वारा की गई हैं, जो फिलहाल वसूली योग्य है। गौरतलब है कि आदिवासी किसान की मौत के बाद जिले में राजनीति तेज हो गई है। सांसद संतोष पांडे क्षेत्र के पीड़ित किसानों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे थे, जहां उन्होंने लिखित शिकायत कर किसानों के नाम पर फर्जी ढंग से लोन निकालने वाले मेढा सोसाइटी के प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की थी।
आपको बता दें कि मृतक के परिजनों ने प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा पर आरोप लगाया था कि 1 साल पहले फर्जी तरीके से फर्जी तरीके से केसीसी ऋण की राशि निकाली है। कुलदीप विश्वकर्मा ने खल्लारी गांव के 37 किसानों सहित आसपास के गांव के किसानों के दस्तावेज को आधार बनाकर प्रति किसान एक लाख से पांच लाख की राशि निकाली है। इसकी शिकायत पुलिस थाना डोंगरगढ़ व एसडीओपी से की गई थी, जिसमें सोसाइटी प्रबंधक ने 15 दिसंबर तक राशि लौटाने की बात किसानों से कही थी।