
अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं ऐसे में अभी से सभी पार्टियां अपनी-तैयारियों में जुट गई हैं। एक ओर जहां भाजपा के विपक्षी दल सत्ताधारी पार्टी को हराने के लिए विपक्षी एकता बनाने की कोशिशों में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा भी अपनी रणनीति बनाने में लगी है। इसी क्रम में पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के 12 राज्यों के वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने गुवाहाटी में बैठक हो रही है। इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव पर रणनीति को लेकर मंथन किया गया।
इन राज्यों के सीएम रहे मौजूद
इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बी. एल. संतोष, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और पार्टी के कई सांसद तथा विधायक और राज्य इकाई के अध्यक्ष सहित अन्य लोग शामिल हुए हैं।
बैठक के बारे में असम भाजपा अध्यक्ष भाबेश कलिता ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जोनल कमेटी की ये बैठक दिनभर चलेगी। इसमें जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है, उन पर चर्चा के लिए बुधवार रात पार्टी की कोर कमेटी की बैठक की गई थी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल पूरे हो गए हैं। इस उपलक्ष्य में जून में आयोजित एक महीने तक चलने वाले 'महा जन संपर्क अभियान' के असर को लेकर भी बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।
पूर्वोत्तर राज्यों में हैं 25 लोकसभा सीटें
बता दें कि पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में कुल 25 लोकसभा सीटें हैं। इनमें असम में सबसे ज्यादा 14 सीटें हैं। वहीं, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा में दो-दो सीटें हैं, जबकि मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम में एक-एक सीट है।
वहीं, बात एगर पूर्वी राज्यों की करें तो पश्चिम बंगाल में 42 सीटें, बिहार में 40 सीटें, ओडिशा में 21 और झारखंड में 14 सीटें हैं।
सात और आठ जुलाई को भी होनी हैं बैठकें
जानकारी के मुताबिक, गुवाहाटी में हो रही जोनल मीटिंग में इस साल के आखिर में मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा होने की संभावना है। बता दें कि भाजपा के अन्य जोन की बैठकें भी आगामी दो दिनों में प्रस्तावित हैं। इनमें उत्तरी, मध्य और पश्चिमी राज्यों के भाजपा नेता सात जुलाई को नई दिल्ली में और दक्षिणी राज्यों के नेता आठ जुलाई को हैदराबाद में बैठक करेंगे।
