पटना: जिला परिषद की उपाध्यक्ष आशा देवी की कुर्सी चली गई. कलेक्ट्रेट के विकास भवन सभागार में विशेष अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में और खिलाफ में वोट पड़े. इसके साथ ही बहुमत के आधार पर उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को पारित कर दिया गया.
इससे पहले मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी तनय सुल्तानिया की उपस्थिति में विशेष बैठक की अध्यक्षता पालीगंज के पार्षद रामनारायण प्रसाद ने की. उपाध्यक्ष के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर बहस हुई. इसके बाद उपस्थित सदस्यों ने मतदान किया. जिला परिषद में 44 सदस्य हैं. इनमें ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में जबकि ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया. डीडीसी ने बताया कि उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया है. मतदान के बाद उपाध्यक्ष का पद रिक्त हो गया है. नए उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा जाएगा. तिथि निर्धारण होने के बाद फिर सदस्यों को चुनाव के लिए बुलाया जाएगा. कुमारी स्तुति के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. इसमें सदन की कार्रवाई नियामक अनुकूल नहीं होने का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष ने चुनौती दी है. इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से पंचायती राज विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है. वर्तमान में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों अपने कक्ष में नहीं बैठ सकती हैं. उपाध्यक्ष की कुर्सी चली गई है जबकि अध्यक्ष के कार्यालय कक्ष में बैठने पर रोक है.
वर्ष में बनी थीं उपाध्यक्ष : आशा देवी 30 दिसंबर, को पद ग्रहण की थी. तब 45 सदस्यीय जिला परिषद में उन्हें उपाध्यक्ष पद के लिए 33 वोट मिले थे. तब अध्यक्ष कुमारी स्तुति के समर्थित पार्षद उन्हें वोट दिए थे. 2 साल बाद उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया.