बिहार
जहरीली शराब पीने से युवक के आंख की गयी रौशनी, अस्पताल में चल रहा है इलाज
Shantanu Roy
23 Jan 2023 1:45 PM GMT
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बड़ी खबर
सफियाबाद। बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कड़ी में जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के सफियाबाद गांव निवासी एक 55 वर्षीय व्यक्ति ने सिवान जिले के हरदिया मोड़ के पास से जहरीली शराब खरीद कर अपने घर लाया और सेवन कर लिया। सेवन करने के बाद उसकी स्थिति बिगड़ने लगी। जिससे परिजनों के द्वारा तत्काल इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों के देखरेख में उसका इलाज किया गया। लेकिन उसकी स्थिति बिगड़ते देख डॉक्टर द्वारा तत्काल बेहतर ईलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया। जहाँ उसकी स्थिति गम्भीर बनी हुई है।
दरअसल इस संदर्भ में बताया जाता है कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के सफियाबाद गांव निवासी अनंत शाह के 55 वर्षीय बेटा नगनारायण साह पेशे से सब्जी का कारोबार करता है। रविवार की देर शाम सिवान जिले के हरदिया मोड़ के पास से 50 रुपये में देशी शराब खरीदकर उसे अपने घर ले गया और देर रात शराब का सेवन किया। शराब के सेवन करने के बाद उसकी स्थिति काफी खराब हो गई। जिसे तत्काल इलाज के लिए बैकुंठपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। लेकिन स्थिति गंभीर होते देख डॉक्टरों ने तत्काल इलाज के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल पहुंचे व्यक्ति को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार शुरू किया। लेकिन स्थिति गंभीर होते देख डॉक्टर ने तत्तकाल ईलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया। बीमार व्यक्ति ने बताया कि सिवान जिले के हरदिया मोड़ से धुरेन्द्र मांझी के पास से शराब खरीदा और अपने घर ले जाकर सेवन लिया। शराब पीने के साथ उसकी स्थिति गम्भीर हो गई और आंख की रौशनी चली गई। उसे कुछ दिखाई नही दे रहा था।
उधर सीवान जिले में बीती रात एक ही गांव में दो लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। जबकि छह लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। परिजनों का कहना है कि उनकी जहरीली शराब पीने के कारण हुई है। वहीं प्रशासन की तरफ से बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कहा जा सकता है कि मौत की असली वजह क्या है। फिलहाल, हुई मौतों के बाद प्रशासन के साथ गांव के लोगों में भी हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, गांव में रविवार की दोपहर सभी शराब का सेवन कर रहे थे। शराब सेवन करने के बाद सबसे पहले नरेश बिन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। स्वजन अभी कुछ समझ पाते कि तब तक नरेश बिन की मौत हो गई। घटना के बाद स्वजन ने नरेश के शव का दाह संस्कार कर दिया। इसके थोड़ी देर बाद गांव के आधा दर्जन लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। किसी के शरीर में ऐंठन तो किसी को आंखों की रोशनी घटने की समस्या शुरू हो गई। थोड़ी देर बाद गांव के ही जनक बिन की मौत हो गई।
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