बिहार
देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान व बलिदान को याद रखें युवा पीढ़ी
Shantanu Roy
31 Oct 2022 6:01 PM GMT
x
बड़ी खबर
बेतिया। सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में महान स्वतंत्रता सेनानी लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल एवं स्वतंत्रा सेनानी आयरन लेडी इंदिरा गांधी को याद करते हुए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ,बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी भारत सरकार के प्रथम गृह मंत्री राष्ट्र निर्माता स्वर्गीय सरदार वल्लभभाई पटेल एवं आयरन लेडी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला ।इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद (अधिवक्ता) एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि आज ही के दिन 147 वर्ष पूर्व 31 अक्टूबर 1875 को महान स्वतंत्रता सेनानी एवं राष्ट्र निर्माता लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्म हुआ था।उनका सारा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा।राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता ।देश की आजादी के बाद भारत के गृह मंत्री के रूप में भारत के 600 से अधिक देसी रियासतों को भारत में विलय कराते हुए भारत को एक अखंड रूप देने का साहसी प्रयास किया। सरदार पटेल का सारा जीवन सादगी भरा रहा। हिंदू मुस्लिम एकता के प्रबल समर्थक थे लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल।
इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी शाहनवाज अली एवं वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू शरण शुक्ल कहा कि आज ही के दिन आज से लगभग 38 वर्ष पूर्व 31 अक्टूबर 1984 को आयरन लेडी इंदिरा गांधी शहीद हो गई। भारत के प्रधानमंत्री के रूप में इंदिरा गांधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल के नीतियों को आगे बढ़ाते हुए भारत को एक रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।तेजतर्रार त्वरित निर्णय क्षमता और लोकप्रियता ने महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार पटेल एवं आयरन लेडी इंदिरा गांधी को विश्व के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार कराया। इंदिरा गांधी ने अपने शासन काल में अनेक जटिल समस्याओं का शांतिपूर्ण ढंग से समाधान किया ।जो आज भी प्रासंगिक है ।इंदिरा गांधी ने 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण 19 जुलाई 1969 को एक अध्यादेश लाकर किया ताकि देश की 70% पूजी को सुरक्षित किया जाए जोकि निजी बैंकों के पास थी। 1970- 71 में संविधान के 24 वें संशोधन के अंतर्गत देसी राजा राजाओं के अधिकारों में कटौती करते हुए प्रिवीपर्स को समाप्त करते हुए भारत के देसी रियासतों के षड्यंत्र को समाप्त कर दिया ।
Next Story