बिहार

युवा पीढ़ी को रिस्क लेने की जरूरत: कुलाधिपति राजेद्र विश्वनाथ आर्लेकर

Admin Delhi 1
14 April 2023 6:54 AM GMT
युवा पीढ़ी को रिस्क लेने की जरूरत: कुलाधिपति राजेद्र विश्वनाथ आर्लेकर
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भागलपुर: बिहार न्यूज़ डेस्क विश्वविद्यालयों में रिसर्च की आवश्यकता होती है. अलग-अलग विषयों में शोध होते रहना चाहिए. मोटे अनाज के लिए हमें रिसर्च के माध्यम से बेहतर करने की सोचनी चाहिए. हमें सोचनी चाहिए कि क्या हम अपनी पूरी ताकत नौकरी के लिए लगा देंगे. यह युवाओं का दोष नहीं है, बल्कि हमें शुरू से ही ऐसा बताया गया है कि बीएससी एग्रीकल्चर के बाद कृषि विभाग में बड़े पद पर नौकरी करना है. भारत विश्व गुरु बनेगा. हमें जल्द से जल्द नई शिक्षा नीति को लागू करने की जरूरत है. इसमें हर सवाल का समाधान है. यह बातें कुलाधिपति राजेद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बीएयू के सातवें दीक्षांत समारोह में कही.

वर्तमान शिक्षा व्यवस्था हमारी विडंबना है. अभी शिक्षा हमें नौकर बनाती है. हमें तय करना होगा कि हम सर्विस करने वाले बनें या सर्विस देने वाले. कृषि क्षेत्र से सभी डिग्रीधारकों को नौकरी देना संभव नहीं है. हमें कुछ हटकर सोचने की जरूरत है. मिट्टी में जाएंगे, बाहर जाएंगे, खुद का व्यवसाय करेंगे, कुछ खुद का काम करने का सोचेंगे. ये रिस्क वाले हैं, लेकिन वर्तमान पीढ़ी रिस्क नहीं लेना चाहती है. उन्हें रिस्क लेना चाहिए. कुलाधपति ने कहा कि गोल्ड मेडल देते वक्त एक पीएचडी गोल्ड मेडलिस्ट से प्रश्न किया कि क्या करते हो, इस पर उसने जवाब दिया कि कुछ नहीं. इसके बाद पूछा कि डिग्री लेने के बाद क्या करोगे. तब उसने कुलाधपति से कहा कि वह नौकरी करेगा. इस पर कुलाधिपति ने कहा कि ये स्थिति देखकर ही मंत्री जी ने आपके लिए नौकरी की घोषणा की. उन्होंने कहा कि नौकरी करना भी ठीक है, लेकिन उपाधि लेने के बाद हमें थोड़ा अलग सोचनी होगी. उन्होंने कृषि मंत्री से कहा कि ऐसी व्यवस्थाएं होनी चाहिए, जिससे कृषि क्षेत्रों में निकलने वाले लोग आत्मनिर्भर बनें.

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