कटिहार न्यूज़: यदि मैं यह कहूं कि किसी भी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग, मोबाइल ऐप सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग, गेम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट या वेब सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग का मूल आधार कोडिंग है, तो गलत नहीं होगा. आज स्कूल के कोर्स करिकुलम में भी कोडिंग को शामिल किया गया है. कोडिंग की समझ आपकी तार्किक क्षमता को बढ़ाती है, ताकि आप एक उम्दा किस्म के प्रोग्रामर बन सकें. अपने कंप्यूटर पाठ्यक्रम के दौरान आप कई प्रकार की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखते हैं, जैसे सी ++, जावा, डॉट नेट, पाइथन इत्यादि. आप इनमें जिस लैंग्वेज में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं, उसकी कोडिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करें.
यदि आपका गणित और लॉजिकल थिंकिंग मजबूत है और आप एक बेहतर सॉफ्टवेयर की परिकल्पना करने की क्षमता रखते हैं, तो कोडिंग का करियर आपको अनेक अवसर प्रदान कर सकता है. आप बीसीए पाठ्यक्रम के साथ-साथ भी कोडिंग के शॉर्ट टर्म कोर्स कर सकती हैं. इस प्रकार के पाठ्यक्रम आपको अपने आसपास निजी संस्थानों में मिल जाएंगे.
यदि आपने किसी भी विषय से 10+2 पूरा किया है और आपकी आयु 18 से 27 वर्ष के बीच है, तो आपके लिए कई सरकारी सेवाओं का विकल्प उपलब्ध है.
एसएससी यानी स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित सीएचएसएल यानी कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल परीक्षा के माध्यम से आप सरकारी नौकरी में प्रवेश कर सकते हैं. उपरोक्त प्रवेश जांच परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को भारत सरकार व विभिन्न राज्य सरकारों के अंतर्गत स्थापित विभिन्न विभागों व मंत्रालयों में ग्रुप 'सी' नौकरियों में प्रवेश दिया जाता है. आपको ज्ञात हो कि ग्रुप 'सी' के अंतर्गत आने वाले पदों में लोअर डिविजनल क्लर्क, जूनियर सेक्रेटेरियल असिस्टेंट, डाटा एंट्री ऑपरेटर इत्यादि शामिल हैं. उक्त परीक्षा में जिन 4 विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं, उनमें जनरल इंटेलिजेंस, जनरल अवेयरनेस, बेसिक मैथमेटिकल स्किल्स, जनरल इंग्लिश और बेसिक कंप्यूटर नॉलेज शामिल हैं. सिलेबस की विस्तृत जानकारी आपको एसएससी की वेबसाइट या बाजार में उपलब्ध स्टडी मैटीरियल से मिल जाएगी. बाजार में उपलब्ध सामग्री में पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र भी मिल जाएंगे, जिनको हल कर आप यह जान सकते हैं कि आपका वर्तमान स्तर क्या है और उक्त प्रवेश जांच परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आपको और कितनी तैयारी की आवश्यकता है. रिक्तियों की तिथि के लिए रोजगार समाचार पर नजर बनाए रखें.