बेगूसराय न्यूज़: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बिहार राज्य महासंघ के आह्वान पर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला शाखा द्वारा विभिन्न मांगो को लेकर जुलुस निकाला. इसमें शामिल कर्मी अपनी मांगों को लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. कर्मचारी भवन से जुलूस निकाला जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते समाहरणालय गेट पर पहुंच धरना में तब्दील हो गया. अध्यक्षता महासंघ के जिला अध्यक्ष परशुराम सिंह ने की.
महासंघ के जिला मंत्री मोहन मुरारी ने सरकार के कर्मचारी एवं मजदूर विरोधी नीति पर हमला करते हुए कहा कि 30-40 साल तक काम करने वाले कर्मियों का पुराना पेंशन समाप्त कर कर्मियों के सामाजिक सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. बेरोजगारी का आलम यह है कि उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवा अल्प मानदेय पर काम करने को विवश हैं. धरनार्थियों ने सरकार से पीएफआरडीए बिल वापस लेने, सभी कर्मियों को पुरानी पेंशन का लाभ देने, ठेका, संविदा, आउट सोर्सिंग पर रोक लगाने, ऐसे कर्मियों की सेवा नियमित करने, सामान काम का सामान वेतन देने, तत्काल न्यूनतम 26 हजार रुपया मासिक भुगतान करने, रिक्त पदों पर नियमित बहाली करने, रोके गये महगाई भत्ता का भुगतान करने, 8वां वेतन आयोग का गठन करने, निजीकरण पर रोक लगाने सहित अन्य मांग सरकार से की. राज्य महासंघ के संयुक्त मंत्री सुधीर गांधी, राज्य उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार राय, राज्य संयुक्त संघर्ष उपाध्यक्ष रामदास ठाकुर, राज्य महिला समिति की उपसंयोजिका सविता कुमारी, मथुरा ठाकुर, लव कुमार सिंह, शंकर मोची, कौशलेन्द्र कुमार, रामशंकर सिंह, सुरेन्द्र कुमार, दिलीप मल्लिक, राजेन्द्र प्र. सिंह, अनिल कुमार, अनिल गुप्ता, सुनील कुमार सिंह, मुरारी सिंह, वसुंधरा कुमारी, कमलदेव सिंह, रेणु कुमारी, मणिभूषण सिंह, व अन्य कर्मी भी शामिल थे.