कटिहार न्यूज़: होमगार्ड के तर्ज पर तटबंध की सुरक्षा के लिए अभी तक जिले से होकर गुजरने वाली तटबंधों पर श्रमिकों को तैनात किया गया है. भीषण गर्मी के कारण नदियों का जलस्तर में गिरावट होने के बाद सरकार द्वारा लिए गए फैसला के बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं द्वारा फिलवक्त श्रमिकों को तैनात नहीं करने का लिया गया है.
जिले में 275 किमी लंबा है नदियों का तटबंध जिले से होकर गुजने वाली सभी पांच नदियों का कुल 275 किलो मीटर तटबंध है. सबसे अधिक लंबा तटबंध महानंदा नदी का है. इस नदी के बायां और दायां तटबंध है. जिसकी लंबाई करीब 180 किमी से अधिक है. इसके बाद बरारी, मनिहारी प्रखंड में गंगा नदी का 15 से 18 किमी लंबा तटबंध है. कोसी नदी का मात्र 2 से 3 किमी, बरंडी नदी का 20 किमी और कारी कोसी नदी के तटबंध की लंबाई करी 25 से 20 किमी है.
275 श्रमिकों को तैनात किया जाना है बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार तटबंधों की सुरक्षा को लेकर जिले के महानंदा, गंगा, कोसी, कारी कोसी और बरंडी नदी के तटबंधों पर 275 श्रमिकों को तैनात किया जाना है. प्रत्येक किमी पर एक श्रमिक तैनात किया जाता है. अभियंता ने बताया कि पूर्व में होम गार्ड को तैनात किया जाता था. मगर जल संसाधन विभाग के निर्णय के आलोक में अब संबंधित तटबंध के आसपास के ग्रामीणों में से श्रमिक का चयन कर तैनात किया जाता है. विभाग द्वारा एक श्रमिक को 388 रुपये प्रति दिन दिया जाता है. हालांकि श्रमिकों को तैनात करने के लिए निजी कार्य एजेंसी को विभागीय स्तर से काम दिया जाता है.
गर्मी ज्यादा रहने के कारण पानी कम है. इस कारण से अभी तटबंध की सुरक्षा की चिंता काफी कम है. विभागीय आदेश मिलने पर उक्त श्रमिकों को तैनात किया जायेगा.
- ई. सियाराम पासवान,
अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण अंचल , कटिहार