बिहार

दांत का इलाज करवाने गई महिला को मिली मौत, परिजनों ने किया हंगामा

Tara Tandi
10 Aug 2023 8:14 AM GMT
दांत का इलाज करवाने गई महिला को मिली मौत, परिजनों ने किया हंगामा
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मुंगेर में अवैध क्लिनिक का लोगों की जिंदगी के साथ खेल बदस्तूर जारी है. यहां निजी नर्सिंग होम में महिला की मौत के बाद हंगामा देखने को मिला. बताया जा रहा है कि दांत के दर्द का इलाज करवाने के लिए महिला निजी नर्सिंग होम में भर्ती हुई थी. जहां दांत निकालने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई है. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का आरोप है कि सही रूप से इलाज नहीं होने के कारण महिला की मौत हुई है. वहीं, तारापुर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को शांत करवाया है.
इलाज के बाद महिला की बिगड़ी तबीयत
दरअसल, पूरा मामला मुंगेर जिले के तारापुर का है, जहां बांका जिला के शंभूगंज के करसोप गांव निवासी चंद्रशेखर साह अपनी पत्नी गुड़िया देवी के दांत दर्द को लेकर तारपुर अनुमंडलीय अस्पताल स्थित किरण डेंटल क्लिनिक दिखाने के लिए पहुंचा. जहां क्लिनिक के डॉक्टर मनोज चौधरी ने महिला को देखा और कहा की दांत उखाड़ना पड़ेगा. डॉक्टर ने महिला के दांत को निकाल दिया. दांत निकालने के बाद महिला की तबीयत खराब हो गई. महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तारापुर अनुंमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
डेंटल क्लिनिक का स्टाफ फरार
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद दंत चिकित्सक मनोज चौधरी और कर्मचारी क्लिनिक को बंद कर फरार हो गए हैं. मृतक के परिजनों ने अस्पताल से शव को लेकर दंत क्लिनिक में रखकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया. घटना की जानकरी मिलने के बाद तारापुर थानाध्यक्ष राजेश रंजन पुलिस के बल के साथ पहुंच कर मामले को शांत करवाया.
NEWS STATE के सवाल
स्वास्थ्य विभाग आखिर अवैध तरीके से चल रहे निजी नर्सिंग होम पर कार्रवाई करने में क्यों असमर्थ है? सवाल अब यह उठाता है कि क्या जब मुंगेर के सिविल सर्जन पीएम सहाय खुद निजी नर्सिंग होम चला रहे हैं इसलिए कार्रवाई करने में समर्थ है? ऐसे झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई कब? जिले में आए दिन जच्चा-बच्चा की मौत हो रही है, लेकिन ना तो जिला प्रशासन और ना ही स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई कर रही है. जबकि पिछले दिनों बिहार के विभिन्न जिलों में अवैध निजी नर्सिंग होम के खिलाफ लगातार कार्रवाई चली, लेकिन मुंगेर में आखिर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को क्या मजबूरी है? मुंगेर जिले में लगभग सैकड़ों की संख्या में अवैध निजी नर्सिंग होम बिना खौफ के संचालित हो रहे हैं. ऐसे निजी नर्सिंग होम पर कारवाई कब तक? आखिर महिला की मौत का जिम्मेदार कौन?
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