कैमूर जिले से अब तक की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है. भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत पतरिया गांव में एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ कुएं में कूदकर जान दे दी. यह घटना आज सुबह सात बजे की है. घटना का कारण पारिवारिक कलह बताया जा रहा है. महिला ने जो तीन बच्चों को लेकर कुंएं में कूदकर जान दी है, उनमें दो लड़के और एक लड़की है. मृतक महिला रिंकू देवी पतरिया में आंगनबाड़ी सेविका का काम करती थी. उसकी उम्र 32 वर्ष बताई जा रही है. मृत बच्चों में सबसे बड़े बच्चे बलबीर की उम्र 8 वर्ष, दूसरी बच्ची हसीना की उम्र 6 साल और तीसरे बच्चे आर्यन की उम्र 4 साल है.
जांच में जुटी पुलिस
मृतक महिला रिंकू देवी के पति अजय बिंद प्राइवेट गाड़ी चालक हैं. इस घटना की खबर मिलने के बाद ग्रामीण इकट्ठा हुए और सभी को पतरिया गांव के कुएं से निकाला. इसके बाद इस घटना की जानकारी लोगों ने पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया. इसके साथ ही पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.
गया में पत्नी की मौत के सात घंटे बाद पति ने भी तोड़ा दम
गया जिले के मोहड़ा तेतर पंचायत अंतर्गत कृष्णा नगर गांव में शनिवार को दोपहर एक बजे फगुनी मांझी की पत्नी सोनमंती देवी की मौत हो गयी. वहीं, शाम में लगभग सात बजे अपनी पत्नी के वियोग में पति फगुनी मांझी ने भी दम तोड़ दिया. दंपति की मौत का कारण ग्रामीण भूख-प्यास बता रहे हैं. घाघर डैम में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर विस्थापित कृष्णा नगर गांव के ग्रामीणों के हंगामा करने की तैयारी की सूचना पर प्रशासन ने ग्रामीणों को घर से बाहर निकलने के लिए रोक लगा दी थी.
भूख से मौत की चर्चा तेज
फगुनी मांझी की पत्नी सोनमंती देवी की मृत्यु हुई, तो उस समय उसकी थाली में सब्जी काटी हुई थी और चावल भी निकाल कर रखा हुआ था. लेकिन, पानी नहीं रहने के कारण वह खाना नहीं बना पायी थी. रविवार को मोहड़ा बीडीओ शंभु चौधरी, अतरी थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने विस्थापित कृष्ण नगर गांव पहुंच कर मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये का चेक दिया, जिसके बाद मृतक दंपती को दाह-संस्कार के लिए श्मशान घाट पर ले जाया गया.