बिहार

विधवा ने बसाया युवक के साथ घर, तो मिला गाँव छोड़ने का फरमान

Rani Sahu
2 Sep 2022 7:52 AM GMT
विधवा ने बसाया युवक के साथ घर, तो मिला गाँव छोड़ने का फरमान
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विधवा विवाह को लेकर समाज की धारणा आज भी पुरानी कुरीतियों को दुहरा रही है
मुज़फ़्फ़रपुर- विधवा विवाह को लेकर समाज की धारणा आज भी पुरानी कुरीतियों को दुहरा रही है । ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर का है, जहां एक विधवा ने जब अपने पड़ोस में रहने वाले युवक के साथ घर बसा लिया तो पंचायत लगा गाँव के अगुवा लोगो ने तुगलकी फरमान ही सुना दिया ।
पंचायत ने दोनों को गांव से बाहर जाने का आदेश जारी कर दिया । मामला ज़िले के देवरिया थाना क्षेत्र के चांद केबाड़ी पंचायत का है. यहां वार्ड 15 की आंगनबाड़ी सेविका अनुराधा कुमारी ने गांव के ही धर्मेंद्र से कुछ दिन पहले शादी कर ली. इसके बाद स्थानीय लोग उग्र हो गए और अब उसे गांव निकाला का आदेश दे दिया गया है।
बीमारी से हुई थी पति की मौत तो रचाई दूसरी शादी:
नवविवाहित पीड़िता अनुराधा कुमारी ने बताया कि उसकी शादी 2015 में हुई थी, लेकिन पिछले साल बीमारी की वजह से उसके पति की मृत्यु हो गई. पति के जाने के बाद वो गांव के ही युवक धर्मेंद्र के सहयोग से आंगनबाड़ी में काम कर रही थी. इस बीच लोग धर्मेंद्र और उसे लेकर तरह तरह के ताने कसने लगे. समाज के तानों से परेशान होकर उसने युवक से शादी कर ली. अनुराधा ने बताया कि शादी करने की वजह भी यह थी कि कोई उन दोनों को लेकर अपशब्द ना कहे, लेकिन अब मामला उल्टा ही हो गया है ।
पंचायत में गांव नहीं छोड़ने पर अंजाम भुगतने की मिली धमकी:
नवविवाहित दम्पत्ति अनुराधा और धर्मेंद्र को लगा था कि शादी करने के बाद सब ठीक हो जाएगा, लेकिन गांव के लोगों को ये शादी रास नहीं आई । गाँव में पंचायत बैठाकर दोनों को गांव छोड़कर जाने का फरमान सुना दिया गया । बीती 17 जुलाई को गांव के पंचों ने पंचायत बैठाई । पंचों ने निर्णय लेते हुए दोनों को 25 जुलाई तक गांव छोड़ देने का आदेश दिया । अनुराधा व धर्मेंद्र ने बुधवार को बताया कि टोला निवासी व शिक्षक जयराम साह के नेतृत्व में पंचायत बैठाई गई थी. और पंचायत में ही गांव नहीं छोड़ने पर बुरा अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गयी है।
एसडीएम बोले-मामला गंभीर है, जांच के बाद होगी कठोर कार्रवाई
नवविवाहित अनुराधा और धर्मेंद्र ने बताया कि उन्होंने डीएम और एसएसपी को भी आवेदन देकर न्याय के साथ सुरक्षा की गुहार लगाई है। वहीं देवरिया थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि दोनों बालिग हैं अगर मनमर्जी से शादी किये है तो बुराई क्या है लेकिन गांव छोड़ने का पंचों द्वारा दिया गया आदेश कानूनन अपराध है। मामले की जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी । वही पूरे मामले में पूछे जाने पर एसडीओ पश्चिमी बृजेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है जांचोपरांत होगी कठोर कार्रवाई ।
न्याय की आस में नवदम्पति:
नव दम्पति अनुराधा और धर्मेंद्र को शादी के बाद मिला पंचायत की फरमान पर अब प्रशासन से न्याय की आस है । अनुराधा कहती है कि परिवार को चलाने के लिए यह कदम उठाई हूँ तो क्या बुराई है पता नही इस समाज को क्या हो गया है आज दुनिया सातवें आसमान पर जा रही हैं लेकिन बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर का देवरिया इलाका आज भी महिलाओं के लिए अभिशाप बना हुआ है कोई अगर जीना चाहता है तो उसके जिंदगी में रोड़ा बन जाता है समाज । अब आगे प्रशासन के अधिकारियों पर आस और उम्मीद है मुझे न्याय मिलेगा ।

रिपोर्ट : माणिभूषण शर्मा

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