गया न्यूज़: वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी ने भाजपा द्वारा विपक्षी एका के नेतृत्वकर्ता को लेकर सवाल उठाए जाने पर उसे निशाने पर लिया है.
कहा कि नीतीश कुमार की भूमिका देश ने देख लिया है. उन्हीं की पहल पर देशभर के सारे नेता इकह्वा हुए. सभी ने कहा है कि हमलोगों का एक ही एजेंडा है, एक ही लक्ष्य है-2024 में भाजपा को देश की सत्ता से बेदखल करना. एकबार यह मकसद पूरा हो जाएगा तो फिर सभी नेता मिलकर तय कर लेंगे कि नेतृत्व कौन करेगा. विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री कौन होगा, भाजपा इसको लेकर परेशान क्यों है? बेगानी शादी में वह क्यों अब्दुल्ला दीवाना बन रही है? श्री चौधरी ने पीएम द्वारा विपक्षी एकता को फोटो सेशन करारे जाने पर कहा कि वे वही बोल रहे हैं जिसकी हमलोगों को उम्मीद थी. वे कहेंगे कि विपक्षी एकता की बैठक सफल हो गई तो जनता समझेगी कि उन्होंने हार मान ली. तो, उनसे इससे अधिक की हमें उम्मीद भी नहीं थी.
वैसे भी नामकरण करने में भाजपा नेताओं को महारत हासिल है. उनके नेता तो देश का इतिहास बदलने में लगे हैं. उनकी कोशिश है कि सबलोग यही समझें कि भारत का असल निर्माण 2014 में हुआ. उससे पहले न इस देश में कुछ था, न इस देश का कोई महत्व था न दुनिया इस देश को जानती थी, पहचानती थी. यही तो उनका एजेंडा है.
ट्रांसफर-पोस्टिंग की जांच हो सिन्हा
भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने राज्य सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसे का खेल होने का आरोप लगाया और इसकी स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की. श्री सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जून के अंतिम सप्ताह में पहले तबादला और फिर उसपर रोक लगाकर प्रक्रिया पर जांच बैठाना अपने आप में स्वीकारोक्ति है कि स्थानान्तरण पदस्थापन में पैसे का खेल हुआ है. श्री सिन्हा ने शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निंदा की और इसे अघोषित आपातकाल का द्योतक बताया. कहा कि जब शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांग रखते हैं तो उनपर लाठियां बरसायी जाती हैं.