बिहार

आशंका जताने के बाद सीएम नीतीश ने ऐसा क्यों कहा?

Sonam
8 Aug 2023 9:18 AM GMT
आशंका जताने के बाद सीएम नीतीश ने ऐसा क्यों कहा?
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों दार्शनिक अंदाज में कुछ बोल रहे हैं। बिहार संग्रहालय में एक कार्यक्रम के दौरान तो यह तक कह दिया- "हम तो 73वां साल में हैं। हमको क्या है! हम तो जाने ही वाले हैं न जी।" अगर सिर्फ इन तीन लाइनों की चर्चा करेंगे तो यह नकारात्मक संदेश देगा। यह भी कहा जाएगा कि इसी बात पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद बड़े भाई के रूप में छोटे र्भा सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंच गए। वगैरह-वगैरह...। लेकिन, सीएम ने नकारात्मक नहीं बल्कि चेतावनी के अंदाज में यह बातें कही। उन्होंने कहा क वह चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी के लिए चीजें सुरक्षित रखी जाएं। बिहार म्यूजियम के बहाने उन्होंने एक बार फिर हिंदी-अंग्रेजी की बात की थी कि सब चीज पर जानकारी लिखी जाए। एक तरफ हिंदी लिखी जाए और दूसरी तरफ अंग्रेजी। उन्होंने नई तकनीकों से घिरती मानव जाति के विनाश की आशंका 31 जुलाई को हिंदी सेवियों को सम्मानित किए जाते समय भी मोबाइल को लेकर कही थी।

आर्ट गैलरी के रूप में जोड़ने का काम जल्द शुरु होने वाला है

सोमवार को बिहार म्यूजियम में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पुरानी चीजों को याद रखने के लिए हमने बिहार म्यूजियम का निर्माण कराया है। पटना म्यूजियम का भी विस्तार कर रहे हैं। हमें पटना म्यूजियम का भी ख्याल रखना है। पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को आपस में अंडरग्राउंड आर्ट गैलरी के रूप में जोड़ने का काम जल्द शुरु होने वाला है। तेजी से इस काम को पूरा करना है। इसको लेकर करीब डेढ़ किलोमीटर अंडरग्राउंड सब-वे का निर्माण होगा। देश में इतना लंबा अंडरग्राउंड सब-वे नहीं है। पहले इसके निर्माण पर करीब 350 करोड़ रूपये खर्च का अनुमान लगाया गया था, अगर 500 करोड़ रुपये भी खर्च होगा तो भी इसका निर्माण कराया जायेगा। अंडरग्राउंड रास्ता का निर्माण होने से बिहार म्यूजियम आने वाले लोग पटना म्यूजियम को भी देख सकेंगे।

हिंदी के शब्दों को अंग्रेजी में लिखा जा रहा है, यह उचित नहीं है

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार दुनिया का सबसे पौराणिक स्थल है। आज कल हर जगह यह देखने को मिल रहा है कि हिंदी के शब्दों को अंग्रेजी में लिखा जा रहा है, यह उचित नहीं है। हिंदी के साथ अंग्रेजी शब्दों का भी इस्तेमाल करें ताकि अधिक से अधिक लोग चीजों को समझ सकें। बिहार म्यूजियम के मेटेनेंस का हमने पहले निर्देश दिया था। अब काफी अच्छे से इसका मेटेनेंस हो रहा है। दूसरे राज्यों एवं देशों से बिहार म्यूजियम आने वाले लोगों से उनका अनुभव जरूर जानें और उसे यहाँ प्रदर्शित करें। इससे बिहार म्यूजियम को लेकर उनके विचार सामने आयेंगे। बिहार म्यूजियम आने वाले लोगों की सुविधा का विशेष रूप से ख्याल रखें ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो। मेंटेनेस का काम निरंतर एवं बेहतर ढंग से हो, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। आप सभी लोगों के हित में काम करें, हम यही चाहते हैं। नई पीढ़ी के लोगों को पुरानी बातों से अवगत कराते रहें।

राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने से संबंधित पूछे गये प्रश्न

बिहार संग्रहालय स्थापना दिवस कार्यक्रम के पश्चात् के पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने बातचीत की। पत्रकारों द्वारा राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने से संबंधित पूछे गये प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद फिर से बहाल हो गई है। ये बहुत खुशी की बात है। इस तरह की उनके साथ जो घटना घटी, सबको खराब लगी थी। जब फैसला उनके पक्ष में आ गया है तो सबको खुशी है। हमलोगों के द्वारा उनके लिए बधाई है। ये बहुत अच्छा हुआ है। विपक्षी एकजुटता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब देश भर की अनेक पार्टियां एकजुट होकर एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी और इसकी शुरुआत पटना से हो चुकी है। इसके बाद अब मुंबई में बैठक होने वाली है। हम सब मिलकर इस पर आगे चर्चा करेंगे।

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