बिहार

तबादला तो फूट-फूटकर रोने लगे बच्चे

Admin4
20 July 2022 2:24 PM GMT
तबादला तो फूट-फूटकर रोने लगे बच्चे
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सहरसा: शिक्षक और छात्र के बीच का रिश्ता काफी अनमोल होता है. गुरु का स्थान किसी के भी जीवन में काफी खास होता है. यही कारण है कि छात्र और शिक्षक के बीच एक अजीब सा लगाव देखने को मिलता है. ऐसा ही एक मामला सहरसा में देखने को मिला है. सहरसा का एक वीडियो (Emotional Farewell In Saharsa ) तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें शिक्षक के विदाई समारोह में स्टूडेंट्स फूट-फूटकर ( Students Started Crying In Saharsa) रो रहे हैं.शिक्षक की विदाई पर फूट-फूटकर रो पड़ीं छात्राएं: वायरल वीडियो सोनपुरा मध्य विद्यालय (Sonpura Middle School) का बताया जाता है. वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे छात्राएं अपने शिक्षक से लिपटकर रो रही हैं. दरअसल मध्य विद्यालय सोनपुरा के प्रिंसिपल राजीव कुमार सिंह (Principal Rajeev Kumar Singh) का तबादला हो गया है. स्कूल प्रांगण में विदाई समारोह का आयोजन किया गया था. इस समारोह में सोनपुरा मध्य विद्यालय के शिक्षक और छात्र के साथ ही आस-पास के कई स्कूल के शिक्षक और प्रिंसिपल भी मौजूद थे.तबादले के बाद विदाई समारोह का किया गया था आयोजन: बताया जाता है की महज 6 महीने पहले ही राजीव कुमार सिंह का तबादला प्रिंसिपल के तौर पर मध्य विद्यालय सोनपुरा में हुआ था. इस दौरान अपने 6 महीने के कार्यकाल में न सिर्फ स्कूल की शिक्षा व्यवस्था को उन्होंने मजबूत किया गया बल्कि सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का भी विद्यार्थियों को भरपूर लाभ मिला. इतना ही नहीं प्रिंसिपल एक अभिभावक के रूप में भी बच्चों से जुड़े रहे. यही जुड़ाव बच्चों के दिल को छू गया, जिस वजह से अपने प्रिंसिपल राजीव कुमार सिंह के तबादले के बाद स्कूल के बच्चे खुद को रोक नहीं पाए और तबादले के बाद अपने प्रिंसिपल को नहीं जाने देने की जिद्द पर भावुक हो गए.शिक्षक-छात्र का भावुक वीडियो वायरल: बच्चों को भावुक होता देख खुद प्रिंसिपल राजीव कुमार सिंह भी भावुक हो गए और उनकी आंखें भी बच्चों को देखकर नम हो गई. बहरहाल ऐसे भावुक क्षण एक शिक्षक और छात्रों के बीच बहुत ही कम देखने को मिलते हैं. आज के दौर में जहां छात्र और शिक्षक का रिश्ता काफी बदल गया है. वहीं, राजीव कुमार सिंह ने दूसरे शिक्षकों के सामने मिसाल पेश कर रहे हैं. अगर इनसे सीख ली जाए कि कैसे बच्चों को पठन पाठन के साथ साथ सरकारी लाभ समय पर दिलवाया जा सकता है, कैसे बच्चों के सामने एक शिक्षक अभिभावक की भूमिका निभा सकता है तो छात्र और टीचर के बीच का रिश्ता और प्रगाढ़ और मजबूत होगा.

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