अरवल. कहते हैं प्यार अंधा होता है. वो न जाति देखता है और ना ही दान-दहेज. प्यार अगर सच्चा हो तो अपने मुकाम तक पहुंच ही जाता है. प्यार से जुड़ा एक ऐसा ही मामला बिहार के अरवल जिले से आया है. अरवल जिले के कुर्था में चंद दिनों में ही एक जोड़े ने प्यार को अंजाम तक यानी शादी तक पहुंचने की रजामंदी कर ली. मिली जानकारी के अनुसार नौकरी में पहली बार पदस्थापित कुर्था के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत जीएनएम को स्थानीय थाने में पदस्थापित कॉन्स्टेबल से इलाज के दौरान ही प्यार हो गया.
प्यार का यह रोग समय के साथ काफी परवान चढ़ने लगा लेकिन इस बात का पता महिला नर्स के पति को लग गया क्योंकि वो पहले से ही शादीशुदा थी. फिर क्या था मामला पूरी तरह से बिगड़ गया और यह बात थाने तक जा पहुंचा. आनन-फानन में महिला स्वास्थ्य कर्मी ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में लिखित शिकायत की लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी कि थाने से दूसरे जगह पुलिसकर्मी को हटाकर भेज दिया जाये.
इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए थाने में पदस्थापित कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया लेकिन इस प्यार की चर्चा पूरे इलाके में अभी भी हो रही है. इस संबंध में कुर्था में पदस्थापित स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कि स्थानीय थाने में लिखित शिकायत और महिला स्वास्थ्यकर्मी की मांग पूरी किए जाने के उपरांत फिलहाल आवेदन को वापस ले लिया गया है, लेकिन जैसे ही पुलिस के वरीय अधिकारियों केस की जानकारी मिली पुलिस कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया.