बिहार

अस्पताल में डॉक्टर ने हिजाब उतार कर आने को कहा तो भड़की महिला, जमकर किया बवाल

Deepa Sahu
6 March 2022 9:42 AM GMT
अस्पताल में डॉक्टर ने हिजाब उतार कर आने को कहा तो भड़की महिला, जमकर किया बवाल
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बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में मुस्लिम समुदाय की महिला ने हिजाब को लेकर जमकर बवाल किया.

कैमूर: बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में मुस्लिम समुदाय की महिला ने हिजाब को लेकर जमकर बवाल किया. शुक्रवार को अस्पताल में इलाज कराने आई महिला और उसके परिजनों ने अस्पताल परिसर में घंटों हंगामा किया. इस वजह से कुछ देर तक चिकित्सकिय कार्य भी बाधित रहा. हालांकि, जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच के लिए एसडीएम मोहनिया और एसीएमओ मौके पर पहुंचे, जहां सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई और पूरे मामले पर जानकारी ली गई.

डॉक्टर की बात पर भड़की महिला
दरअसल, जिले के मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में एक मुस्लिम महिला अपनी बच्ची का इलाज कराने गई थी. उस समय ड्यूटी पर चिकित्सक डॉक्टर प्रेम राजन सिंह मौजूद थे. ऐसे में चिकित्सक द्वारा महिला को मास्क पहनकर आने की बात कही गई, जिसके बाद महिला भड़क गई. महिला का कहना था कि उसने हिजाब से चेहरा ढक रखा है, तो फिर मास्क की क्या आवश्यकता है. लेकिन चिकित्सक ने कहा कि जब तक आप हिजाब उतारकर और मास्क पहनकर नहीं आएंगी, तब तक दवा नहीं लिखी जाएगी.
नाराज महिला ने कही ये बात
यहां तक की डॉक्टर ने महिला की दवा पर्ची पर मास्क पहनकर आने के बाद दवा लिखने की बात लिख डाली. इस बात का जैसे ही महिला के परिजनों को पता लगा वे हंगामा करने लगे. देखते-देखते काफी संख्या में ग्रामीण और जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे.
महिला ने बताया कि वो अपनी बच्ची का इलाज कराने के लिए अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया आई थी. लेकिन ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक प्रेम राजन सिंह द्वारा उसे हिजाब उतार कर आने के लिए कहा गया. जब उसने इनकार किया तो उसके पर्ची पर लिख दिया गया कि बिना मास्क पहने दवा नहीं देंगे. महिला का कहना है कि जब उसने अपना चेहरा हिजाब से ढक रखा था, तो मास्क की जरूरत क्या थी.

कैमूर को नहीं बनने देंगे कर्नाटक
इधर, मौके पर मौजूद नगर पंचायत के वार्ड परिषद अहिया खान ने बताया सरकार भी चेहरा ढक कर आने की बात कहती है. जब महिला ने हिजाब से अपना चेहरा ढक रखा तो उसे मास्क पहनने के लिए प्रेशराइज क्यों किया गया. हम मोहनिया को कर्नाटक बनने नहीं देंगे. अगर कोई कहीं जाता है तो अपने गमछे, दुपट्टे या हिजाब से चेहरे को ढक लेता है. उसे भी मास्क ही माना जाता है. लेकिन चिकित्सक द्वारा इस तरह का बर्ताव सही नहीं है. इस मामले में जिला पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई गई है. मामले की जांच होनी चाहिए.
वहीं, पूरे मामले में एसीएमओ ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अस्पताल में पहुंचे. मामले का जांच की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है. सारी जानकारी ली जा रही है. जानकारी प्राप्त होने के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी.
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