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ज्ञानवापी प्रकरण पर कई राजनेता खुलकर बोलेने से बच रहे हैं
पटना : ज्ञानवापी प्रकरण पर कई राजनेता खुलकर बोलेने से बच रहे हैं. इन्हीं में शामिल हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. आज जब पत्रकारों ने ज्ञानवापी मामले पर नीतीश कुमार (Nitish Kumar On Gyanvapi) की राय जाननी चाही तो वे इस सवाल से कन्नी काट गए. उन्होंने कहा कि, 'इसमें क्या कोई राय देगा. आप अपनी ही राय रखिए.'
अनिल हेगड़े ने नामांकन किया : दरअसल, राज्यसभा उपचुनाव के लिए जेडीयू की तरफ से अनिल हेगड़े ने आज नामांकन (Anil Hegde Nomination For Rajyasabha) किया. विधानसभा के सचिव के चेंबर में नामांकन किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों उपमुख्यमंत्री और बिहार सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे. साथ में एनडीए के कई नेता भी पहुंचे हुए थे. अनिल हेगड़े का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है ऐसे में इनका कार्यकाल अप्रैल 2024 तक रहेगा. किंग महेंद्र के निधन के कारण सीट खाली हुई थी. उसी पर 30 मई को उपचुनाव होगा.
''जब से ये (अनिल हेगड़े) उम्मीदवार बने हैं तब से सभी खुशी हैं. जॉर्ज फर्नांडिस के साथ शुरू से जुड़े रहे हैं. शुरू से ही ये काम करते रहे हैं, इन्होंने कभी इच्छा नहीं प्रकट की, सिर्फ लगातार पार्टी के लिए काम करते रहे. हम सबके मन में एक बात थी कि इन्हें एक अवसर मिलना चाहिए.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
'आरसीपी सिंह मामले पर प्रश्न पूछने की जरूरत नहीं' : हालांकि इस दौरान जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आरसीपी सिंह के दोबारा राज्यसभा जाने के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह तो रेगुलर सीट का मामला है. उसके लिए बाद में बैठकर उम्मीदवार तय किए जाएंगे. इस मसले पर प्रश्न पूछने की जरूरत नहीं है.
Rani Sahu
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