पटना के एसएसपी मानवजित सिंह ढिल्लो ने आरएसएस की तुलना पीएफआई से करने पर शुक्रवार को सफाई दी. उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके पेश किया गया है. उन्होंने बताया, "मुझसे पत्रकारों ने पीएफआई के तौर-तरीकों के बारे में पूछा था. गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ में पुलिस को जो बताया था, मैंने मीडिया को वही बताया. हमारे पास दस्तावेजों में जिस तरह से कार्यशैली का जिक्र किया गया था, उसमें बताया गया था कि पीएफआई आरएसएस की शाखाओं की तरह अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम बना रहा है.
उन्होंने जोर देकर कहा,'' मैंने कभी भी आरएसएस की तुलना पीएफआई से नहीं की. मेरे बयानों के चुनिंदा हिस्से को तूल देकर मुझे दोषी ठहराया जा रहा है, लेकिन मैं किसी भी विवाद में पड़े बिना मामले की जांच पर ध्यान देना चाहता हूं.
- बीजेपी कोटे के मंत्री सम्राट चौधरी ने मानव जीत सिंह ढिल्लो के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि सरकार ऐसे बयान देने वाले अधिकारी को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना के एसएसपी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने और उनको पटना एसएसपी के पद से हटाए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश को श्रेष्ठ बनाने का काम करता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी पटना के एसएसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि पटना के एसएसपी का बयान गैरजिम्मेदाराना और दुखद है. मैं इसकी निंदा करता हूं.
राजद और हम एसएसपी के समर्थन में आए
- आरजेडी और HAM ने एसएसपी के बयान का समर्थन किया है. आरजेडी पटना की ओर से ट्वीट किया गया, "पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक ने संघ की मोडस ऑपेरंडी के बारे में बिल्कुल सही कहा कि ये लोग शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर अपना प्रोपेगैंडा और घृणा फैलाते हैं! और किसी क्षेत्र में पांव जमने पर दंगे, मॉब लिंचिंग और अन्य सामाजिक सौहार्द विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं!"
- HAM के प्रवक्ता डॉ. दानिश रिजवान ने कहा कि जानबूझकर एसएसपी को विवाद में घसीटा जा रहा है. अगर इस्लामिक स्टेट की बात करना अपराध है तो फिर हिंदू राष्ट्र की वकालत करना कहां से ठीक है? यदि इस्लामिक राष्ट्र की कल्पना करने वालों को जेल तो फिर हिन्दू राष्ट्र की बात करने वालों को छूट क्यों
एसएसपी पर यह बयान देने का है आरोप
पटना एसएसपी ने कह दिया था कि जिस तरह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी शाखाएं आयोजित कर लाठी का और शारीरिक प्रशिक्षण देता है. उसी तरह से पीएफआई के लोग भी शारीरिक प्रशिक्षण देकर ब्रेनवॉश कर रहे थे. इसके बाद विवाद होने पर एडीजी पुलिस मुख्यालय ने एसएसपी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था. इसको लेकर 48 घंटे में जवाब देने के लिए कहा था.
टेरर मॉड्यूल केस में 5 गिरफ्तार
पटना पुलिस ने टेरर मॉड्यूल केस में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जो एक खास समुदाय के लोगों को प्रशिक्षित कर रहे थे. इसके बाद इस पूरे मामले की जांच एनआईए ने भी शुरू कर दी है. इससे पहले पटना पुलिस ने फुलवाशरीफ से अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया था. इसके बाद मरगूब दानिश, अरमान मलिक और शब्बीर आलम को अरेस्ट किया गया.
पटना पुलिस का दावा है कि खास समुदाय के लड़कों का ब्रेनवॉश करने के बाद उन्हें प्रशिक्षण सिमी का सदस्य अतहर परवेज दे रहा था. अतहर परवेज का भाई मंजर आलम पटना के गांधी मैदान में साल 2013 में पीएम मोदी की हुंकार रैली और बोध गया में हुए बम धमाकों के गिरफ्तार हुआ था. वो फिलहाल जेल में है