अस्पताल बनाने की घोषणा का स्वागत, डीएमसीएच में कुल बेडों की संख्या होगी तीन हजार
दरभंगा न्यूज़: राजद के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व विधायक भोला यादव व पूर्व मेयर ओमप्रकाश खेड़िया ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा डीएमसीएच को 3115 करोड़ से 2500 बेेड का अस्पताल बनाने के निर्णय का हम स्वागत करते हैं.
दोनों नेताओं ने कहा कि डीएमसीएच को जिस तरह से भाजपा के लोग समाप्त करना चाहते थे, राज्य सरकार ने सराहनीय कदम उठाकर उसके अस्तित्व को कायम ही नहीं किया है, बल्कि उसे देश के मानक पर स्थापित किया है. पूरे उत्तर बिहार व नेपाल से सटे हुए इलाके के लोग इलाज के लिए डीएमसीएच आते हैं. इन लोगों में नया विश्वास जगा है कि डीएमसीएच अब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर के साथ नए स्वरूप में उत्तर बिहार के लोगों को देखने को मिलेगा. अब यहां कुल बेड की संख्या 3000 हो जाएगी, जो लोगों के लिए बड़ी सौगात है. उत्तर बिहार की जनता मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री के इस निर्णय का स्वागत करती है.
दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा के लोगों को डीएमसीएस से कोई मोह नहीं था. वे डीएमसीएच को बंद करना चाहते थे और वहां एम्स बनाना चाहते थे. दरभंगा की जनता इस पूरे मामले पर गहराई से नजर रखी हुई है. राज्य सरकार ने एम्स के निर्माण के लिए जो जमीन चिन्हित की है वह हर मामले में उपयुक्त है. जब मिट्टी भराई हो जाएगी तो लो लैंड वाली बात खत्म हो जाएगी.
इसलिए केंद्र सरकार को इस पर पुन सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए.
बधाई के पात्र हैं मुख्यमंत्री प्रो. विनय
दपभंगा. डीएमसीएच में 2100 बेड के नए अस्पताल के लिए 2546.41 करोड़ रुपये की मंजूरी देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बधाई के पात्र हैं. यह बात जदयू के प्रदेश प्रवक्ता सह बेनीपुर विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने कही है. उन्होंने डीएमसीएच के लिए नीतीश सरकार के इस फैसले को मिथिला के लिए वरदान बताया. कहा कि इसका निर्माण हो जाने से दरभंगा और आसपास के एक दर्जन जिलों में स्वस्थ्य सेवा की व्यवस्था बेहतर हो जायेगी. उन्होंने भाजपा की नीति व नीयत को बिहार के लिए खतरनाक बताया. कहा कि केवल मंदिर-मस्जिद की राजनीति से लोगों का भला नहीं हो सकता. प्रो. चौधरी ने एम्स के मुद्दे पर स्थानीय सांसद की आलोचना भी की.