सिवान: बिजली ट्रांसफार्मर जलने से प्रखंड मुख्यालय स्थित जलमीनार से पानी की सप्लाई ठप हो गई है. दो दिनों से पानी की सप्लाई बंद से लोगों के बीच हाहाकार मचा है.
जबकि, पीचईडी विभाग के कर्मी और अधिकारी ट्रांसफार्मर जलने हवाला देकर बिजली कंपनी के सर ठिकरा फोड़ रहे हैं. प्रखंड मुख्यालय स्थित जलमीनार से एक हजार से ज्यादा लोगों के घरों में पानी का सप्लाई होता है. इसमें आम जनता से लेकर अधिकारी भी शामिल हैं.
इसमें अधिकांश ऐसे परिवार हैं, जो सिर्फ व सिर्फ सप्लाई के पानी पर ही निर्भर हैं. ऐसे में, इस भीषण गर्मी में पानी का सप्लाई बंद होने से लोगों के बीच पानी के लिए हाहाकार मच गया है. स्थानीय लोग अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक चक्कर काट रहे हैं. लेकिन, हर कोई ट्रांसफार्मर जलने का हवाला देकर अपना-अपना पल्ला झाड़ने में जुटा है. प्रखंड प्रमुख तारा देवी ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने से जलमिनार से पानी की सप्लाई बंद होने की शिकायत सम्बन्धित अधिकारियों से की जा चुकी है.
जबकि, बिजली विभाग के कनीय अभियंता राजीव रंजन ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने से पानी सप्लाई बंद होने की सूचना मिली है. ट्रांसफार्मर बदलने के लिए आवश्यक कार्रवाई जारी है. जल्द ही जले हुए ट्रांसफार्मर को बदल दिया जाएगा.
गलत तरीके से जमीन की रजिस्ट्री पर केस
थाना क्षेत्र के भीखमपुर गांव में गलत तरीके से जमीन की रजिस्ट्री कराने को लेकर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में राकेश राम के आवेदन पर तीन लोगों को आरोपित किया है. अपने आवेदन में राकेश राम ने कहा है कि उसने 1965 में तीन कठ्ठा दस धुर जमीन ओली मोहम्मद साह से रजिस्ट्री कराया था. तब से वह जमीन मेरे कब्जे में है. अब उसी जमीन को ओली मोहम्मद साह के पुत्र रहमतुल्लाह ने गांव के हीं लालबहादुर राम की पत्नी शिवकुमारी देवी एवं छठू राम की पत्नी चिंता देवी को इस वर्ष 25 फरवरी को रजिस्ट्री कर दिया है. थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.