बिहार

पीएचईडी के लगाए नलों से नहीं आ रहा पानी, नल का कोई अस्तित्व नहीं रह गया

Admindelhi1
24 April 2024 5:50 AM GMT
पीएचईडी के लगाए नलों से नहीं आ रहा पानी, नल का कोई अस्तित्व नहीं रह गया
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जब बोरिंग ही नहीं चलेगा तो टंकी में पानी कहां से भरेगा

बक्सर: वैसे तो नगर में पीएचईडी द्वारा जगह-जगह पेयजल के लिए नल लगाए गए हैं. लेकिन, किसी भी नल से पानी नहीं आता है. लिहाजा नल का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है.

चापाकल लगाने पर सरकार की ओर से रोक लग गई है. नप इस समय खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत करने पर ध्यान केन्द्रित किया है. चेयरमैन सुनीता गुप्ता व नप ईओ अनुरूद्ध प्रसाद ने बताया कि जगह-जगह जो बारिंग लगे हैं. बोरिंग के उपर छोटा रूम बना उस पर पानी टंकी रखा गया है. जब बोरिंग ही नहीं चलेगा तो टंकी में पानी कहां से भरेगा. उसे दुरूस्त करने का कार्य शुरू है.

अस्पताल जाने के लिए नहीं बना सुलभ मार्ग

अनुमंडलीय अस्पताल खुले डेढ़ दशक का समय बीत गया. लेकिन, वहां पहुंचने के लिए सुलभ मार्ग नहीं बन पाया है. नगर से अनुमंडल अस्पताल जाने वाले हाथीखाना रोड की स्थिति काफी खराब है.

इस रोड से आगे बढ़ने के बाद आता है छठिया पोखरा रोड. यह भी पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुका है. वहीं, काव नदी पर बने पुल को पार कर चतुरशालगंज रोड जाते हैं. इस स्थिति में अनुमंडल अस्पताल जाने में मरीजों को परेशानी होती है. फ्रैक्चर वाले मरीज को तो और परेशानी उठानी पड़ती है. नहर रोड का बाहर के मरीज ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.

जो संकरा और ग9ानुमा होने से वाहनों को हिचकोले खाते हुए आना-जाना पड़ता है.

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