गोरखपुर: गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के पिछले हिस्से की दीवार तोड़ दी गई है. पार्किंग को विस्तार देने के लिए यह निर्णय लिया गया है. अब प्रशासिनक भवन आने के लिए करीब तीन सौ मीटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.
डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कार्यभार संभालने के अगले ही दिन यानी 5 सितंबर को प्रशासनिक भवन के उत्तरी गेट (वीआईपी गेट) को सभी के लिए खोल दिया था. साथ ही पार्किंग को विस्तार देने के लिए प्रशासनिक भवन के पीछे स्थित खाली पड़ी जमीन का भौतिक निरीक्षण किया था. आदेश दिया था कि यहां पार्किंग का विस्तार किया जाए.
दरअसल, करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन कुलपति प्रो. राजेश सिंह के कार्यकाल में साढ़े तीन फीट चौड़ी व करीब दस फीट ऊंची दीवार खड़ी कर उस रास्ते को बंद कर दिया गया था. बाद में उधर ही गाड़ी पार्किंग का आदेश दे दिया गया. इससे पीछे वाहन खड़ा करने वालों को तीन सौ मीटर पैदल चलना पड़ता था.
पार्किंग को विस्तार देने के लिए यह निर्णय लिया गया है. दीवार टूटने से पीछे गाड़ी खड़ी करने वालों को सीधे प्रशासनिक भवन में प्रवेश मिल जाएगा. पार्किंग बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
प्रो. शांतनु रस्तोगी, कुलसचिव