बिहार

कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए मतदान जारी, 3 बजे तक 48% मतदान

Shantanu Roy
5 Dec 2022 10:37 AM GMT
कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए मतदान जारी, 3 बजे तक 48% मतदान
x
बड़ी खबर
मुजफ्फरपुर। बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट पर उपचुनाव के तहत कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को मतदान जारी है। यहां पर 3 बजे तक 48 प्रतिशत मतदान हुआ है। कुढ़नी सीट मुजफ्फरपुर जिले के अंतर्गत आती है। इस उपचुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सीधा मुकाबला है। वहीं चुनाव परिणाम 8 दिसंबर को घोषित होंगे। मुजफ्फरपुर जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को सुबह 7 बजे से मतदान प्रारंभ हो गया है, जो शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से मतदान संपन्न करवाए जाने के लिए सभी 320 मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है और पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की व्यवस्था की गई है। कुढ़नी सीट के इस उपचुनाव में कुल मिलाकर 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 5 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जिनके भाग्य का फैसला 311003 मतदाता सोमवार को अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर करेंगे। राजद के स्थानीय विधायक अनिल सहनी की अयोग्यता के बाद इस सीट पर उपचुनाव करवाया जा रहा है।
सहनी को धोखाधड़ी के एक मामले में सीबीआई की जांच में दोषी ठहराया गया था, और तीन साल के जेल की सजा सुनाई गई थी। इस उपचुनाव में मुख्य रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और विपक्षी दल भाजपा करीब चार महीने पहले एक-दूसरे से अलग होने के बाद पहली बार आमने-सामने हैं। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राजद ने यह सीट अपनी सहयोगी जदयू के लिए छोड़ दी थी । राजद के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी सहयोगी पार्टी के पक्ष में चार रैलियां की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच साझा किया। इस सीट पर मुख्य रूप से मुकाबला जदयू के मनोज सिंह कुशवाहा और भाजपा के केदार गुप्ता के बीच है। 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के गुप्ता को राजद के अनिल कुमार सहनी से 700 से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट से दो छोटे दलों विकास इंसान पार्टी (वीआईपी) और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी भाजपा और जदयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं। वीआईपी ने जहां नीलाभ कुमार को मैदान में उतारा है, वहीं एआईएमआईएम ने ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के पूर्व सदस्य मोहम्मद गुलाम मुर्तजा पर भरोसा जताया है। मछुवारा समाज के अपने पक्ष में होने का दावा करने वाली वीआईपी ने कुढनी में हालांकि एक उच्च जाति भूमिहार समुदाय से आने वाले नीलाभ कुमार को चुनावी मैदान में उतारकर एक स्पष्ट संकेत देने की कोशिश की है कि वह भाजपा को परेशान करना चाहती है।
Next Story