x
खराब चावल स्कूल को दिया जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : चौथी कक्षा की सोनी कुमारी, वर्षा कुमारी और चांदनी कुमारी अस्पताल में स्लाइन चढ़ाया गया तब जाकर तीनों की हालत सुधरी। शनिवार को मीनू के अनुसार खिचड़ी व चोखा बनाया गया था। खाने के बाद बच्चों को उल्टी व पेट दर्द की शिकायत के बाद शिक्षकों ने छात्रों के परिजनों को इसकी जानकारी दी। परिजन बच्चे का इलाज स्थानीय स्तर पर करवाने लगे। फिलहाल तीन बच्चों की हालत में सुधार है।
मिड डे मील के तहत दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को लेकर कई बार पहले भी सवाल उठे हैं। इसके बावजूद भी कोई जांच नहीं की गई। अलीपुर के दर्जनों परिजनों ने बताया कि प्रखंड स्तरीय प्रशासन के साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी शिकायत के बाद भी जांच नहीं करते हैं। कई प्रधानाध्यापकों ने बताया कि हर बार मध्याह्न भोजन वाला ठेकेदार व समन्वयक अच्छी क्वालिटी के चावल को बेच देते हैं। खराब चावल स्कूल को दिया जाता है।
source-hindustan
Admin2
Next Story