मोतिहारी: जिला के शहरी इलाके दलित बस्ती में चल रहे शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था से लेकर कायाकल्प कार्यक्रम व मरीजों के इलाज की जानकारी प्रत्येक दिन सरकार लेगी.
राज्य सरकार ने 24 अगस्त तक प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट सरकारी पोर्टल पर लोड करने का निर्देश दिया है. इसका जिम्मा सरकार ने सिविल सर्जन को दिया है. इसके लिए एक कमेटी बना कर प्रति दिन जांच कर पूरी जानकारी सरकारी पोर्टल पर डालना है.
तीन जगहों पर संचालित है शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रबताया जाता है कि सरकार ने मोतिहारी शहर में छतौनी ,बरियारपुर व रक्सौल के दलित बस्ती में एक एक कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोल रखा है. यहां भी सदर अस्पताल जैसी सुविधाएं मसलन आउट डोर जांच सहित दवा की सुविधा मरीजों को मिलना है. इसके लिये डाक्टर, नर्स स्टॉफ के साथ टेक्नीशियन की बहाली की गई है. इमरजेंसी के लिए ऑन कॉल एम्बुलेन्स की व्यवस्था है. बताते हैं यह सब सुविधा सदर अस्पताल पर लोड कम करने व मरीजो की सुविधा के लिये किया गया है.
दिन के 12 बजे से शाम सात बजे तक चलाना है आउट डोर विभागीय सूत्रों के अनुसार दिन के 12 बजे से शाम सात बजे तक यहां आउट डोर चलेगा. ब्लड जांच के लिये सीबीसी मशीन दिया गया है. 29 प्रकार की दवा भी उपलब्ध करायी गयी है. इसके अलावे यहां की साफ सफाई की व्यवस्था के लिये भी फंड दे रखा है. म़गर हालत कुछ और है. यहां साफ सफाई की व्यवस्था लचर है. डाक्टर आते तो जरूर हैं मगर समय का ठिकाना नहीं है. नतीजतन बहुत कम मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं. सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि इसके लिए एक टीम बना दी गयी है जो प्रत्येक दिन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जांच कर रिपोर्ट सरकार के पोर्टल पर डालेगी.