लालू के दबाव में सीएम ने अतिपिछड़ों की संख्या कम दिखाई: सम्राट चौधरी
बक्सर: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जातीय गणना रिपोर्ट में अतिपिछड़ों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है. कहा कि लालू यादव के दबाव में मुख्यमंत्री ने अतिपिछड़ों की आबादी कम दिखाई है तथा कुछ विशेष जातियों को फायदा पहुंचा रहे हैं.
भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि गत वर्ष जून में नीतीश कुमार ने जब मंत्रिमंडल में जातीय गणना का प्रस्ताव लाया था, तब भाजपा के दो उप मुख्यमंत्री सहित 16 मंत्रियों ने समर्थन किया था. आज भी बिहार भाजपा इसका समर्थन करती है लेकिन इसकी कमियों पर भी प्रश्न खड़े होंगे. उन्होंने दावा किया कि जो जातीय गणना की रिपोर्ट आई है उसमे 80 प्रतिशत लोग भाजपा के ही समर्थक दिखते हैं. सम्राट ने कहा कि धानुक समाज की शिकायत है कि हमारी संख्या क्यों कम कर दी गई. अतिपिछड़ा में शामिल कई जातियों का यही मानना है. जब मतदाता सूची में पुनरीक्षण होता है तब उसमें स्क्रूटनी होती है. लेकिन इसमें स्क्रूटनी नहीं हुई. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जिनका इस जातीय गणना से कोई मतलब नहीं रहा वे आज इसे लेकर ढोल पीट रहे हैं. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी ने कहा कि जातीय गणना में किसी को कम तो किसी को अधिक कर दिया गया है. किसको किस श्रेणी में रखा गया है, यह कैसे पता चलेगा. एक ही जाति को कई वर्गों में बांट दिया गया है. मौके पर प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश बबलू एवं प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा उपस्थित थे.
जातीय सर्वे रिपोर्ट में खामियां भाजपा
जाति आधारित गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर बिहार भाजपा ने उसमें कई खामियां होने का आरोप लगाया है. सीएम सचिवालय के संवाद कक्ष में हुई सर्वदलीय बैठक में बिहार भाजपा की ओर से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी शामिल हुए.
बैठक के बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि हमने पार्टी की ओर से आपत्ति दर्ज करा दी है. पारदर्शी तरीके से जब तक सब सामने नहीं आएगा, इस रिपोर्ट का मतलब नहीं है. भाजपा की चिंता मात्र इतनी है कि गरीबों के कल्याण के लिए चल रही केंद्रीय योजनाओं से कुछ लोग वंचित न हो जाएं. रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी ने कहा, मैंने बैठक में केवल अपने समाज और अपनी बात रखी.