नालंदा न्यूज़: जिला का अग्निशामक विभाग सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है. आग काबू पाने के लिए दो बड़ी एवं एक छोटी दमकल गाड़िया हैं. लेकिन, देखरेख के अभाव में दो खराब पड़ी हैं. एक गाड़ी से काम चलाया जा रहा है. संसाधन के साथ कर्मियों की कमी के कारण काफी फजीहत उठानी पड़ रही है.
खराब वाहनों के बारे में विभाग को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है. बावजूद, अबतक नयी दमकल गाड़ियां नहीं दी गयी हैं. सबसे ज्यादा दिक्कत सुदूरवर्ती क्षेत्र जैसे अरियरि, चेवाड़ा एवं घाकोसुम्भा में होती है. दकमल वाहनों की कमी के कारण समय पर आग पर काबू पाने में दिक्कत होती है. विभाग में 22 कर्मचारियों की जरूरत है. लेकिन, वर्तमान में 11 ही कार्यरत हैं. दो जगहों पर एक ही समय में आग लगने की स्थिति में असमजंस की स्थिति बन जाती है. हालांकि, बरबीघा, अरियरि, कोरमा, शेखोपुरसराय व जयरामपुर थाने में दमकल की छोटी गाड़ियां दी गयी हैं. मरम्मत के अभाव में जिला अग्निशमन कार्यालय की खिड़कियां टूटी पड़ी हैं. बारिश होने पर छठ से पानी टपकता है. कर्मियों को सोने में दिक्कत होती है.
दो सालों में आग लगने की 195 घटनाएं जिले के विभिन्न स्थानों पर पिछले दो साल में 188 आग लगने की घटनाएं हुई हैं. वर्ष 2021 में अगलगी के 72, 2022 में 65 तथा वर्ष 2023 में मई माह तक 58 जगहों पर आग लगी है.
खराब पड़े दमकल गाड़ियों के संबंध में मुख्यालय को पत्र भेजा गया है. दो नयी गाड़ियों की मांग की गई है. पांच थाने में एक-एक छोटी अग्निशमन गाड़ी और कर्मी को तैनात किया गया है. आग की सूचना पर त्वरित कार्य की जाती है.
तेजन राम, अग्निशमन पदाधिकारी